Share on Google+
Share on Tumblr
Share on Pinterest
Share on LinkedIn
Share on Reddit
Share on XING
Share on WhatsApp
Share on Hacker News
Share on VK
Share on Telegram
50F64F81645A2A453ED705C18C40448C
हेडलाइंस
Rajasthan Politics: Rathore Slams Gehlot Over 'forgetting' Manesar Episode; Says- Pilot Remembers Everything - Jaipur News - Rajasthan News:गहलोत के 'भूलने' वाले बयान पर राठौड़ का तंज; बोले Haryana: सरकारी दफ्तर में छलके जाम, हाथ में पैग और पंजाबी गानों पर डांस, तहसीलदार ने दिए जांच के निर्देश Himachal Road Accident: Car Falls Into A Deep Ditch From Chhatri-janjheli Road - Amar Ujala Hindi News Live IND vs ENG: ओवल में शुभमन गिल रच सकते हैं इतिहास, भारतीय टेस्ट क्रिकेट में पहली बार होगा ये कारनामा अक्षय कुमार की हीरोइन, 21 साल के करियर में कीं मात्र 5 फिल्में, फिर भी रईसी में किसी से कम नहीं है ये हसीना iPhone 17 लॉन्च से पहले Apple देगा बड़ा सरप्राइज, चुपके से बना रहा ChatGPT जैसा AI टूल सब्जी बनाने के लिए सबसे अच्छा तेल कौन सा होता है, जानिए रोज का खाना पकाने के लिए बेस्ट वेजिटेबल ऑयल 'AI की वजह से चली जाएंगी 80 प्रतिशत नौकरियां', आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस करेगा इंसानों का काम Telangana CM Revanth Reddy condoles former Jharkhand CM Shibu Soren's demise पंजाब में 20 हाईवे प्रोजेक्ट अधूरे: दिल्ली-अमृतसर-कटड़ा एक्सप्रेस व ग्रीनफील्ड हाईवे का काम भी लटका

खाद्य महंगाई में राहत मिलने की दिख रही उम्मीद, अगस्त में अनाज, दाल और खाद्य तेल के दाम में नरमी


मौद्रिक नीति के तहत महंगाई में कमी लाने के उपायों से यह काबू में है।- India TV Paisa

Photo:PIXABAY मौद्रिक नीति के तहत महंगाई में कमी लाने के उपायों से यह काबू में है।

खाद्य महंगाई में कुछ राहत मिलने की उम्मीद है। अर्थव्यवस्था की स्थिति पर सोमवार को जारी भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के बुलेटिन में कहा गया है कि अनाज, दाल और खाद्य तेल की कीमतों में अगस्त में व्यापक स्तर पर नरमी देखी गई है। अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) में सालाना बदलाव के आधार पर मापी जाने वाली सकल (हेडलाइन) मुद्रास्फीति बीते माह जुलाई में घटकर 3.5 प्रतिशत पर आ गयी जो जून में 5.1 प्रतिशत थी। भाषा की खबर के मुताबिक, रिजर्व बैंक के अगस्त माह के बुलेटिन में कहा गया है कि महंगाई दर में 1.54 प्रतिशत की कमी का कारण 2.9 प्रतिशत का अनुकूल तुलनात्मक आधार है। इससे 1.4 प्रतिशत से अधिक का सकारात्मक असर पड़ा है।

आलू के दाम लगातार ऊंचे

खबर के मुताबिक, रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर माइकल देबब्रत पात्रा की अगुवाई वाली टीम के लिखे लेख में कहा गया है कि अगस्त महीने में अबतक (12 तक) खाद्य वस्तुओं के दाम के आंकड़ों से पता चलता है कि अनाज, दाल और खाद्य तेल की कीमतों में व्यापक स्तर पर नरमी आई है। सब्जियों में आलू के दाम लगातार ऊंचे बने हुए हैं जबकि प्याज तथा टमाटर के दाम में कमी आई है। बुलेटिन में- क्या खाद्य कीमतों का असर अन्य क्षेत्रों पर हो रहा है? शीर्षक से लिखे लेख में कहा गया है कि 2022-23 से मुख्य (कोर) मुद्रास्फीति में कमी आ रही है। इसका कारण मुख्य रूप से मौद्रिक नीति उपायों, रुख और लागत आधारित झटकों में कमी के कारण है। हालांकि, इन वर्षों में खाद्य कीमतों में तेजी मुख्य मुद्रास्फीति पर उल्टा दबाव डाल रही हैं, लेकिन मौद्रिक नीति के तहत महंगाई में कमी लाने के उपायों से यह काबू में है।

मुख्य और सकल मुद्रास्फीति के बढ़ने का जोखिम

पात्रा, जॉयस जॉन और आशीष थॉमस जॉर्ज के लिखे लेख में कहा गया है क्या महंगाई में कमी लाने के उपायों को हल्का करना चाहिए? सकल मांग बढ़ रही है। इसके साथ, वैश्विक स्तर पर जारी तनाव के बीच लागत आधारित जोखिम भी है। इसको देखते हुए मुख्य और सकल मुद्रास्फीति के बढ़ने का जोखिम है और यह नियंत्रण से बाहर जा सकता है। लेखकों के मुताबिक, अगर खाद्य कीमतों का दबाव बना रहता है और दूसरे क्षेत्रों पर प्रभाव पड़ता है, तो एक सतर्क मौद्रिक नीति दृष्टिकोण जरूरी है। परंपरागत रूप से मौद्रिक नीति पर विचार करते समय यह माना जाता था कि खाद्य वस्तुओं के दाम में तेजी अस्थायी है, लेकिन अब स्थिति बदल रही है कई मामलों में खाद्य महंगाई दर लंबे समय से बनी हुई है।

खाद्य महंगाई बनी हुई है और यह चिंताजनक

कीमत में तेजी के बाद भी खाने के सामान की मांग बनी हुई है, इससे खाद्य महंगाई बनी हुई है और यह चिंताजनक है। इसका लागत, सेवा शुल्क और उत्पादन के दाम पर असर हो सकता है। यानी खाद्य मुद्रास्फीति का जोखिम बढ़ा है। इसमें कहा गया है कि खाद्य कीमतों के तेजी का स्रोत मौद्रिक नीति के दायरे से बाहर हो सकता है, लेकिन जब खाद्य मुद्रास्फीति के कारण महंगाई दूसरे क्षेत्रों में फैलती है, तो इसपर काबू पाने के लिए मौद्रिक नीति के तहत कदम उठाने की जरूरत होती है। यह कीमत स्थिरता और भरोसा बनाए रखने के लिए जरूरी है। केंद्रीय बैंक ने यह साफ किया है कि बुलेटिन में प्रकाशित लेख लेखकों के विचार हैं और वह रिजर्व बैंक के विचारों से मेल नहीं खाते हैं।

Latest Business News





Source link

1348230cookie-checkखाद्य महंगाई में राहत मिलने की दिख रही उम्मीद, अगस्त में अनाज, दाल और खाद्य तेल के दाम में नरमी
Artical

Comments are closed.

Rajasthan Politics: Rathore Slams Gehlot Over ‘forgetting’ Manesar Episode; Says- Pilot Remembers Everything – Jaipur News – Rajasthan News:गहलोत के ‘भूलने’ वाले बयान पर राठौड़ का तंज; बोले     |     Haryana: सरकारी दफ्तर में छलके जाम, हाथ में पैग और पंजाबी गानों पर डांस, तहसीलदार ने दिए जांच के निर्देश     |     Himachal Road Accident: Car Falls Into A Deep Ditch From Chhatri-janjheli Road – Amar Ujala Hindi News Live     |     IND vs ENG: ओवल में शुभमन गिल रच सकते हैं इतिहास, भारतीय टेस्ट क्रिकेट में पहली बार होगा ये कारनामा     |     अक्षय कुमार की हीरोइन, 21 साल के करियर में कीं मात्र 5 फिल्में, फिर भी रईसी में किसी से कम नहीं है ये हसीना     |     iPhone 17 लॉन्च से पहले Apple देगा बड़ा सरप्राइज, चुपके से बना रहा ChatGPT जैसा AI टूल     |     सब्जी बनाने के लिए सबसे अच्छा तेल कौन सा होता है, जानिए रोज का खाना पकाने के लिए बेस्ट वेजिटेबल ऑयल     |     ‘AI की वजह से चली जाएंगी 80 प्रतिशत नौकरियां’, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस करेगा इंसानों का काम     |     Telangana CM Revanth Reddy condoles former Jharkhand CM Shibu Soren’s demise     |     पंजाब में 20 हाईवे प्रोजेक्ट अधूरे: दिल्ली-अमृतसर-कटड़ा एक्सप्रेस व ग्रीनफील्ड हाईवे का काम भी लटका     |    

9213247209
पत्रकार बंधु भारत के किसी भी क्षेत्र से जुड़ने के लिए इस नम्बर पर सम्पर्क करें- 9907788088