
तुलसी का पौधा
हिन्दू धर्म में लोग अपने घरों में तुलसी का पौधा जरूर लगते हैं। यह पौधा अपने धार्मिक और औषधीय कारणों की वजह से बेहद पॉपुलर है। इसकी पत्तियों में कई पोषक तत्व पाए जाते हैं जिस वजह से यह बेहद गुणकारी मानी जाती है। लेकिन, अब जब गर्मी के मौसम की शुरुआत हो गयी है तो इस मौसम में यह पौधा बहुत तेजी से सूखता है। गर्मियों की तीखी धूप और तेज़ तापमान के कारण यह पौधा मुरझाने या सूखने लगता है। यदि आपकी तुलसी भी गर्मियों में सूखने लगी है, तो घबराएं नहीं, थोड़ी देखभाल और प्यार से तुलसी गर्मियों में भी हरी-भरी रह सकती है। ध्यान दें कि यह पौधा संवेदनशील है, इसलिए नियमित देखभाल जरूरी है। ऐसे में इन कुछ सरल उपायों की मदद से आप इसे फिर से जीवंत और हरा–भरा बना सकते हैं।
तुलसी के पौधे को जीवंत करने के लिए इन उपाय को आज़माएं
-
ज़्यादा देर धूप में न रखें: गर्मी के मौसम में तुलसी के पौधे को ज़्यादा देर तक धूप में न रखें। सुबह जब धूप हल्की हो तब वहां इस पौधे को ज़रा सा धूप दिखाएं और बाद में इसे छाँव में रख दें। दरअसल, तुलसी को दिनभर धूप में रखने से यह झुलस कर मुरझा सकती है। इसलिए, ज़्यादा देर तक धूप में रखना सही विकल्प नहीं है।
-
रोज पानी देना है ज़रूरी: गर्मियों में तुलसी को रोज़ाना पानी देना चाहिए। लेकिन, इस बात का भी ध्यान रखें कि ज़रूरत से ज़्यादा पानी नहीं देना चाहिए। उसकी मिट्टी को चेक करें। अगर ऊपरी मिटटी सुखी और अंदर से गीली है तब पानी नहीं डालेंगे तब भी कोई बात नहीं। साथ ही गमले में ड्रेनेज करें ताकि पानी जमा न हो।
-
सूखी पत्तियां को काट-छांट लें: जो पत्तियां पूरी तरह सूख चुकी हैं, उन्हें हमेशा काट दें ताकि पौधा नई पत्तियों की वृद्धि कर सके।पुरानी और सुखी पत्तियों को कांटने छांटने से तुलसी को फिर से फूलने का मौका मिलता है।
-
ऑर्गेनिक खाद डालें और कीट नियंत्रण का करें इस्तेमाल : हर 15 दिनों में गोबर की खाद या फिर प्याज अंडे का छिलका कम्पोस्ट कर डालें। इससे पौधे को पोषण मिलता है। साथ ही नीम के तेल में पानी में मिलाकर छिड़काव करें। इससे तुलसी को कीटों से राहत मिलेगी।
डिस्क्लेमर: इस आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स केवल आम जानकारी के लिए हैं। सेहत से जुड़े किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी भी तरह का बदलाव करने या किसी भी बीमारी से संबंधित कोई भी उपाय करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें। इंडिया टीवी किसी भी प्रकार के दावे की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं करता है।

Comments are closed.