सेंधवा: बड़वानी जिले के सेंधवा शहर से 10 किमी दूर भूरापानी गांव में एक 5 वर्षीय बच्चे ने खेल-खेल में सिक्का निगल लिया। उसने डर के कारण परिजनों को नहीं बताया। जब उसकी तबीयत बिगड़ी तो उसके साथ खेल रहे दोस्तों ने बताया कि उसने सिक्का निगल लिया है। इसके बाद उसे डॉक्टर्स के पास ले जाया गया। डॉक्टरों ने करीब 20 मिनट में दूरबीन पद्धति से बिना ऑपरेशन के सिक्के को बाहर निकाला। दूरबीन से पहले सिक्के की लोकेशन कंफर्म की गई। इसके बाद लेरिंगो स्कोप और मेगिल्स फोरसेप के उपयोग से सिक्के को बाहर निकाला गया।भूरापानी गांव निवासी 5 वर्षीय बालक राजवीर पिता मांगीलाल ने शनिवार को खेल-खेल में 2 रुपए का सिक्का निगल लिया। सिक्का बच्चे के गले में फंस गया था। शाम को परिजन खेत से घर आए तो बच्चा गुमसुम था। रात को ठीक से कुछ खाया नहीं। कुछ खाने-पीने पर उल्टी कर रहा था। इसके बाद सो गया।रविवार सुबह बच्चे के साथ खेलने वाले गांव के अन्य बच्चों ने परिजनों को बताया कि राजवीर ने सिक्का निगल लिया था। परिजन बच्चे को तुरंत लेकर सेंधवा आए। यहां एक्स रे करवाने पर बच्चे के गले में सिक्का फंसा हुआ नजर आया। निजी हॉस्पिटल में निश्चेतना विशेषज्ञ डॉक्टर ओपी गंगे और उनकी टीम बच्चे को ओटी में ले गई।अब बच्चा पूरी तरह स्वस्थहॉस्पिटल के डॉक्टर आनंद गुप्ता ने बताया कि 2 रुपए का सिक्का बच्चे के गले में फंस गया था। बच्चे की हालत काफी खराब थी। डॉक्टरों की टीम ने तुरंत एक्शन लेते हुए दूरबीन पद्धति से 20 मिनट में सिक्के को बाहर निकाल लिया। फिलहाल बच्चा पूरी तरह स्वस्थ है और उसे हॉस्पिटल से डिस्चार्ज कर दिया गया है। अगर समय पर बच्चे के गले से सिक्का नहीं निकलता और सिक्का श्वास नली में चला जाता तो बच्चे की जान को भी खतरा था।

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