आप अगर कोई 70 लाख रुपये का फ्लैट खरीदते हैं तो 60 लाख रुपये का होम लोन बैंक से लेना पड़ता है। इस 60 के होम लोन को आप 15 से 20 साल में चुकाते हैं। अगर आप 20 साल में चुकाते हैं और ब्याज की दर 8% मान लेते हैं तो आपकी मंथली ईएमआई 50,186 रुपये बनती है। इस तरह 20 साल में बैंक को आप कुल 1.20 करोड़ रुपये से अधिक चुकाते हैं, जिसमें से 60.44 लाख रुपये ब्याज होता है। आप खुद समझ सकते हैं कि आप मूलधन से अधिक ब्याज चुकाएंगे। हालांकि, आप कुछ समझदारी से कदम उठाकर न सिर्फ अपने घर की लगात कम कर सकते हैं बल्कि EMI का बोझ भी घटा सकते हैं। आइए जानते हैं कि रेपो रेट में कटौती के बाद आप यह कैसे कर सकते हैं।
ये 3 काम जरूर करें
1. EMI कम नहीं करें
रेपो रेट घटने के बाद आपकी ईएमआई कम हो जाएगी। इससे आपको जरूर राहत मिलेगी लेकिन अगर आप चाहते हैं कि आपकी घर की लगात कम हो जाए तो इसे कम नहीं करें। बैंक को बोले कि वह आपसे पुरानी ईएमआई ही लेते रहे। इससे आपका होम लोन समय से पहले चुक जाएगा।
2. लोन की अवधि घटाएं
घर की लागत कम करने के लिए दूसरा उपाय करें कि आप अपनी लोन की अवधि घटाएं। अगर आपने 20 साल के लिए लोन लिया है तो उसे 15 साल में देने का लक्ष्य तय करें। इसके लिए ईएमआई बढ़ाकर देना शुरू करें। इससे आप ब्याज के रूप में बड़ी बचत कर लेंगे।
3. प्री-पेमेंट करने की कोशिश करें
अगर आप होम लोन का बोझ कम करना चाहते हैं तो समय-समय पर प्री-पेमेंट जरूर करें। यह आप अपने बोनस के पैसे, बचत या किसी और इनकम से कर सकते हैं। अगर आप ऐसा करेंगे तो यकीन मानिये आप अपने घर की लागत घटाने के साथ अच्छी बचत कर पाएंगे।

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