भारतीय वास्तु शास्त्र में कछुआ हमेशा ही बहुत शुभ माना जाता है। यही वजह है कि वास्तु और फेंग शुई में कछुए की खास जगह है और फेंग शुई में अधिकतर कछुआ मिलता ही है। माना जाता है कि अगर इसे घर में सही दिशा में और सही जगह पर रखा जाए तो घर में सुख-समृद्धि जरूर आती है।
कछुआ नॉर्थ सेटर को रूल करता है, इसलिए इसे हमेशा उत्तर दिशा में ही रखा जाना चाहिए ताकि आपको इसके लाभ मिल सकें। फेंगशुई इस बात पर भरोसा करता है कि कछुआ घर में बहुत सुख-समृद्धि लाता है।
वहीं अगर आप अपने घर में एक हेल्दी, जिंदा कछुआ रखते हैं तो यह और भी शुभ माना जाता है। इसे रखने से घर के मुखिया की आयु लंबी होती है। कहा जाता है कि इसके रहने से पूरा परिवार सुरक्षित रहता है और यह घर में धन और समृद्धि लाता है।
यह सिंबल आपको असर दुकानों या घर पर दिख जाएगा। इस कछुए में बॉडी तो कछुए की होती है, लेकिन इसका सिर ड्रैगन का होता है। फेंग शुई में ड्रैगन टॉरटॉइज जेनरेशंस सुरक्षा कवच के साथ ही घर में बहुत् सारा भाग्य भी लाता है।
अगर आप इसे अपने घर या ऑफिस के प्रवेश स्थल पर रखते हैं तो यह आपकी फैमिली में शांति लाएगा क्योंकि ड्रैगन को रक्षक माना जाता है। अगर इन्हें फ्रंट डोर पर रखते हैं तो यह निगेटिव एनर्जी को घर में आने से रोकते हैं। ड्रैगन टॉरटॉइज को पूर्व दिशा में राने से घर के सभी मेंबर्स की एक-दूसरे से बॉन्डिंग बेहतर होती है।
यह अच्छी सेहत को भी बेहतर करता है। इसे दक्षिण-पूर्व दिशा में रखने से आपको आर्थिक लाभ होते हैं। अगर इसे नॉर्थ सेटर में रखा जाए तो यह परिवार के मुखिया का प्रभाव बढ़ाता है।

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