बहुमूल्य धातु के तौर पर चांदी का काफी महत्व है। भारत में खासतौर से किसी खास आयोजन, त्योहार, विशेष मौकों पर चांदी की खरीदारी जरूर होती है। चांदी दुनिया में भी सबसे ज्यादा कारोबार वाली वस्तुओं में से एक है। चांदी भी देश में आयात की जाने वाली सभी वस्तुओं का लगभग 10% हिस्सा है। आज चांदी की कीमतें वस्तु की वैश्विक मांग और आपूर्ति परिदृश्य से सीधे प्रभावित होती हैं। ऐसे में शुद्ध चांदी की खरीदारी बेहद जरूरी है। साथ ही चांदी के वजन और कीमतों को भी ध्यान में रखना चाहिए। ऐसे में आपको चांदी की खरीदारी से पहले कुछ जरूरी बातों पर जरूर गौर करें।
मेकिंग चार्ज
जब भी आप चांदी खरीदते हैं तो मेकिंग चार्ज को लेकर ज्वैलर्स से जरूर पूछें और यह सुनिश्चित करने के लिए बाजार का विश्लेषण करें कि आपका ज्वैलर बाजार दर से ज्यादा चार्ज तो नहीं कर रहा है। मेकिंग कॉस्ट 3 रुपये प्रति ग्राम चांदी है, हालांकि इसकी कोई ऊपरी सीमा नहीं है।
चांदी की कीमतें
चांदी की कीमत में लगभग हर दिन उतार-चढ़ाव होता है; इसलिए, खरीदारी करने से पहले कीमतों की पुष्टि करना जरूर सुनिश्चित करें।
चांदी की प्योरिटी
चांदी की कीमतें धातु की शुद्धता के स्तर पर निर्भर करती हैं। हॉलमार्क वाली चांदी की वस्तुएं चांदी की शुद्धता और ग्रेड को प्रमाणित करती हैं, जिससे चांदी की कीमत प्रभावित होती है। खरीदारी से पहले चांदी की शुद्धता सुनिश्चित करें, ताकि आप एक सही कीमत चुका सकें।
चांदी से बनी चीजों का वजन
चांदी की वस्तु का वजन जरूर जांचें, क्योंकि चांदी का वजन चांदी की वस्तु की कुल कीमत निर्धारित करता है।
बाय-बैक पॉलिसी क्या है
खरीदारी करने से पहले विक्रेता की बाय-बैक नीति पर विचार करना महत्वपूर्ण है। यह सुनिश्चित करता है कि यदि आपको आपातकालीन निधि की आवश्यकता है तो आप उसी विक्रेता को चांदी का उत्पाद फिर से बेच सकते हैं।
चांदी के सामान में अतिरिक्त सामग्री
चांदी की जूलरी खरीदने से पहले, सुनिश्चित करें कि प्रोडक्ट में कोई अतिरिक्त सामग्री है या नहीं। किसी भी पत्थर या अन्य अतिरिक्त सामग्री की उपस्थिति भी कुल लागत को प्रभावित करेगी क्योंकि चांदी की सामग्री की कीमत अतिरिक्त सामग्री के वजन को छोड़कर तय की जाएगी।
चांदी की कीमत को प्रभावित करने वाले फैक्टर
- डिमांड और सप्लाई रेशियो भारत में चांदी की कीमतों को प्रभावित करता है।
- आयात शुल्क में परिवर्तन सीधे भारत में सफेद धातु की कीमत को प्रभावित करता है।
- चांदी की कीमतें सोने की कीमत से भी प्रभावित होती हैं।
- तेल की अंतरराष्ट्रीय कीमत भारत में चांदी की कीमतों को प्रभावित करती है।
- डॉलर के मूल्य में उतार-चढ़ाव भी भारत में चांदी की कीमत पर असर डालते हैं।
- चांदी की खनन लागत के कारण भी चांदी की कीमत प्रभावित होती है।

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