*चीन और अमेरिका से ज्यादा मेडल ला सके भारत, इसके लिए केजरीवाल सरकार ने प्रतिभावान खिलाड़ियों की मदद के लिए बढ़ाया हाथ, सीएम अरविंद केजरीवाल ने 60 खिलाड़ियों को सौंपा सहायता राशि का चेक*
*चीन और अमेरिका से ज्यादा मेडल ला सके भारत, इसके लिए केजरीवाल सरकार ने प्रतिभावान खिलाड़ियों की मदद के लिए बढ़ाया हाथ, सीएम अरविंद केजरीवाल ने 60 खिलाड़ियों को सौंपा सहायता राशि का चेक*
*- केजरीवाल सरकार ने स्कीम के पहले वर्ष 117 खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा निखारने के लिए बांटे थे 9.51 करोड़ रुपए की सहायता राशि*
*- हमारा सपना है कि जितने मेडल चीन और अमेरिका लेकर आते हैं, हमें उससे ज्यादा मेडल लेकर आना है- अरविंद केजरीवाल*
*- हम प्रतिभावान खिलाड़ियों को पैसे की कमी नहीं होने देंगे, हमें देश का नाम रौशन करना है- अरविंद केजरीवाल*
*- ‘मिशन एक्सीलेंस स्कीम’ में जिन खिलाड़ियों को दिल्ली सरकार ने आर्थिक मदद दी थी, वे ओलंपिक से भारत के लिए मेडल लेकर आए- अरविंद केजरीवाल*
*- स्कीम के तहत आज 60 और खिलाड़ियों को चेक सौंपे, मुझे उम्मीद है कि इससे उन्हें अपनी ट्रेनिंग और डाइट में मदद मिलेगी, वो आगे बढ़ेंगे और देश को और मेडल दिलाएंगे- अरविंद केजरीवाल*
*- मुझे स्पोर्ट सिस्टम में गरीब खिलाड़ियों को मदद का अभाव, खेल सुविधाओं की कमी और राजनीतिक हस्तक्षेप समेत तीन कमियां महसूस होती है- अरविंद केजरीवाल*
*- अपने देश के स्पोर्ट सिस्टम में जो यह तीन कमियां हैं, हम उनको दिल्ली में दूर करने की कोशिश कर रहे हैं- अरविंद केजरीवल*
*- हम मिशन एक्सीलेंस के तहत गरीब खिलाड़ियों की मदद कर रहे, जगह-जगह अंतर्राष्ट्रीय स्तर के इंफ्रास्ट्रक्चर बना रहे हैं और खिलाड़ियों के चयन में राजनीतिक हस्तक्षेप को खत्म कर दिया है- अरविंद केजरीवाल*
*- दिल्ली स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ले जाने के लिए हमने यूनिवर्सिटी ऑफ ईस्ट लंदन के साथ करार किया है- अरविंद केजरीवाल*
*- मैं उम्मीद करता हूं कि दिल्ली में जिस तरह का इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया जा रहा है, उससे आने वाले समय में दिल्ली अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर देश का नाम रौशन करेगी- अरविंद केजरीवाल*
*- हम मेडल जीतने के बाद तो खिलाडियों को सम्मानित करते ही है, लेकिन उस दौर में भी उनकी मदद करते हैं, जब वे मेडल जीतने के लिए मेहनत कर रहे होते हैं- मनीष सिसोदिया*
*- हम स्पोर्ट्स स्कूल के लिए पूरे देश से अच्छे खिलाड़ी छांट रहे है, जिन्हें छोटी उम्र से ही शानदार ट्रेनिंग देकर ओलंपिक के लिए तैयार किया जाएगा- मनीष सिसोदिया*
नई दिल्ली, 24 जून, 2022
भारत, चीन और अमेरिका से ज्यादा मेडल ला सके, इसके लिए केजरीवाल सरकार ने प्रतिभावान खिलाड़ियों की मदद के लिए हाथ बढ़ाया है। सीएम श्री अरविंद केजरीवाल ने आज मिशन एक्सीलेंस स्कीम के तहत 60 खिलाड़ियों को करीब 4 करोड़ रुपए का चेक सौंपते हुए कहा कि हमारा सपना है कि जितने मेडल चीन और अमेरिका लेकर आते हैं, हमें उससे ज्यादा मेडल लेकर आना है। हम प्रतिभावान खिलाड़ियों को पैसे की कमी नहीं होने देंगे। हमें देश का नाम रौशन करना है। दिल्ली सरकार ने ‘मिशन एक्सीलेंस स्कीम’ के तहत जिन खिलाड़ियों को आर्थिक मदद दी थी, वे ओलंपिक से भारत के लिए मेडल लेकर आए। इसी के तहत आज मैंने 60 और खिलाड़ियों को चेक सौंपा। मुझे उम्मीद है कि इससे उन्हें अपनी ट्रेनिंग और डाइट में मदद मिलेगी। वो आगे बढ़ेंगे और देश को और मेडल दिलाएंगे। सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मुझे स्पोर्ट सिस्टम में गरीब खिलाड़ियों को मदद का अभाव, खेल सुविधाओं की कमी और राजनीतिक हस्तक्षेप समेत तीन कमियां महसूस होती है। देश में यह जो कमियां हैं, हम उनको दिल्ली में दूर करने की कोशिश कर रहे हैं। हम मिशन एक्सीलेंस के तहत गरीब खिलाड़ियों की मदद कर रहे हैं। दिल्ली में जगह-जगह अंतर्राष्ट्रीय स्तर के इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार कर रहे हैं और खिलाड़ियों के चयन में राजनीतिक हस्तक्षेप खत्म कर दिया है। इस दौरान उपमुख्यमंत्री श्री मनीष सिसोदिया भी मौजूद रहे।
*आगे बढ़ रहे खिलाड़ियों को आर्थिक मदद पहुंचाने के लिए ही हमने मिशन एक्सीलेंस योजना की शुरूआत की है – अरविंद केजरीवाल*
इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हम सब लोग जानते हैं कि एक खिलाड़ी जब पहला मेडल लेकर आता है, तो उसे पहले मेडल तक बड़ी मशक्कत करनी पड़ती है। उसको कहीं से सहारा नहीं मिलता है। घर से भी दुत्कार मिलती है। माता-पिता भी पढ़ने को बोलते हैं। कहते हैं कि खेलने से क्या होगा? कोई सरकारें भी इन खिलाड़ियों की कोई मदद नहीं करती हैं। उनको किसी किस्म का कोई स्ट्रक्चर नहीं मिलता है। हमारे देश मे जितने भी खिलाड़ी है, जिन्होंने बिना मदद के मेडल लाए, उनके संघर्ष को सलाम करता हूं। बिना किसी मदद के इतनी विपरित परिस्थितियो ंके अंदर वो राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपना नाम चमका पाए। एक बार जब खिलाड़ी को मेडल मिल जाता है, तो सभी लोग उसके नाम और शोहरत के साथ जुड़ना चाहते हैं। उनको कोई सरकार एक करोड़ देती है, तो कोई दो करोड़ रुपए देती है। हम लोगों ने मिशन एक्सीलेंस योजना इसीलिए शुरू किया था, ताकि जो खिलाड़ी आगे बढ़ रहा है, उसको प्रशिक्षण आदि में आर्थिक मदद पहुंचाई जा सके। एक खिलाड़ी को प्रशिक्षण, कोचिंग, डाइट समेत कई तरह की जरूरत पड़ती है।
*योजना में किसी भी तरह का राजनीतिक हस्तक्षेप नहीं है, चार सदस्यीय चयन समिति तय करती है कि किसको और कितनी सहायता राशि देनी है- अरविंद केजरीवाल*
सीएम श्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हमारे बहुत सारे खिलाड़ी हैं, जो बहुत ही प्रतिभावान हैं, लेकिन वो बहुत ही गरीब परिवार से आते हैं। उनके घर वालों के पास पैसे नहीं होते हैं। मिशन एक्सीलेंस इसीलिए शुरू किया गया था कि ऐसे खिलाड़ी जो अभी वो पहले मेडल की तैयारी कर रहे हैं या राष्ट्रीय स्तर पर एक-दो मेडल ले चुके हैं और अब अंतर्राष्ट्रीय स्तर की तैयारी कर रहे हैं, उन लोगों को हम मदद करें ताकि उनको पैसे की कमी न हो। आज मुझे बेहद खुशी हो रही है कि हम लोगों ने पहले साल में 117 ऐसे खिलाड़ियों को मदद दी थी और आज 60 ऐसे खिलाड़ियों को चेक बांटे गए हैं, जिन्होंने मिशन एक्सीलेंस के तहत आर्थिक सहायता के लिए आवेदन किया है। सब लोगों को अलग-अलग राशि दी गई है। अच्छी बात यह है कि इसके अंदर किसी भी तरह का राजनीतिक हस्तक्षेप नहीं है। चार सदस्यीय चयन समिति है, जिसमें चारों सदस्य स्पोर्ट्स मैन हैं। यह समिति तय करती है कि इस स्कीम के तहत किसको और कितनी सहायता राशि देनी है। इस स्कीम के तहत अधिकतम 16 लाख रुपए की सहायता राशि दी जा सकती है। निगरानी समिति तय करती है कि खिलाड़ियों को उनके खेल के हिसाब से कितनी सहायता राशि की जरूरत है। आज करीब 60 खिलाड़ियों को सहायता राशि के चेक दिए गए। यह कुल राशि 9 करोड़ रुपए से अधिक है।
*हमारे देश में हुनर तो है, लेकिन उसे परखने, उसको हिम्मत और सहायता देने का सिस्टम नहीं है- अरविंद केजरीवाल*
सीएम श्री अरविंद केजरीवाल ने सभी खिलाड़ियों को मनोबल बढ़ाते हुए कहा कि अब बारी आपकी है। अब आपको मेहनत करनी है। हम आपको पैसे की कमी नहीं होने देंगे। किसी चीज की कमी नहीं होने देंगे। अब आप अपनी मेहनत में कमी न छोड़ना। आपको देश का नाम रौशन करना है। दिल्ली जरूरत नहीं है। देश जरूरती है। हमें अपने देश का नाम रौशन करना है। हम सब लोग मिलकर देश के लिए काम कर रहे हैं। 130 करोड़ लोगों का हमारा देश है। दुनिया में हमारे देश की आबादी दूसरे नंबर पर है। हमारे देश में किसी प्रकार के हुनर की कमी नहीं है। हुनरमंद बहुत लोग हैं। जब हम ट्रैफिक लाइट पर गाड़ी रोकते हैं, तो कई बार भीख मांगने वाले बच्चे आते हैं। वो बच्चे कलाबाजी भी दिखाते हैं। उससे ज्यादा फ्लैक्सीबल शरीर कहां मिलेगी? हमारे देश में हुनर तो है, लेकिन उस हुनर को परखने, उसको हिम्मत और सहायता देने का सिस्टम नहीं है।
*अपने देश में स्पोर्ट सिस्टम में जो कमियां हैं, उनको हम दिल्ली में दूर करने की कोशिश कर रहे हैं- अरविंद केजरीवल*
सीएम श्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मुझे पूरे स्पोर्ट सिस्टम में तीन तरह की कमियां महसूस होती है। एक, काफी खिलाड़ी बहुत ही गरीब हैं। उनके पास पैसा नहीं है और उनकी कोई मदद नहीं करता है। उनकी इस समस्या को दूर करने के लिए हमने मिशन एक्सीलेंस शुरू किया। हम ऐसे खिलाड़ियों को पैसे की कमी नहीं होंगे। इन खिलाड़ियों के कोचिंग, डाइट आदि के लिए जो पैसा चाहिए, हमारी सरकार देगी। दूसरी, हमारे देश में स्पोर्ट्स सुविधाओं की कमी है। ट्रैक नहीं है, अभ्यास करने के लिए नियमित स्टेडियम नहीं है, स्टेडियम है भी तो वहां पर सबको अनुमति नहीं है। अब उसको हम दूर कर रहे हैं। दिल्ली में जगह-जगह बहुत बड़े स्तर पर एथलिट ट्रैक और फूटबाल स्टेडियम का अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार कर रहे हैं। तीसरा, राजनीतिक हस्तक्षेप है। खिलाड़ी में बहुत प्रतिभा है, लेकिन जब उसके चयन की बारी आती है, तो पता चलता है कि नेताओं की सिफारिशें आ गई और चयन समिति ही गड़बड़ है। मैंने देखा है कि कई जगह बहुत ही भद्दे किस्म का चयन होता है। उस चयन में कई तरह की सिफारिशें और हस्तक्षेप रहता है। हमने उसको भी खत्म कर दिया है। मिशन एक्सीलेंस में जितने भी खिलाड़ी चयन किए गए हैं, इसमें न तो कोई मेरा भाई-भतीजा है और न तो मनीष जी का भाई-भतीजा है। सभी अपनी प्रतिभा के बल पर चयनित हुए हैं। इनका चयन समिति ने किया है। अपने देश के अंदर जो यह तीन कमियों हैं, उनको हम दिल्ली में दूर करने की कोशिश कर रहे हैं।
*दिल्ली स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी सिर्फ दिल्ली वालों के लिए नहीं है, पूरे देश के लिए है- अरविंद केजरीवाल*
मुख्यमंत्री श्री अरविंद केजरीवाल ने आगे कहा कि हमारा प्रयास है कि देश को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ज्यादा मेडल मिले। 130 करोड़ लोगों का हमारा देश है और जब मेडल लेने की बात आती है, तो हम लोग गिने-चुने दो-चार मेडल लेकर आते हैं। हमारा सपना यह है कि हमें चीन को भी पीछे छोड़ना है। आज जितने मेडल चीन और अमेरिका लेकर आते हैं, हमें उससे ज्यादा मेडल लेकर आना है। इसके लिए हमें जो भी सहूलियतें देनी पड़ेगी, हम देंगे। अभी हमने स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी शुरू की है। स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी में अभी हमने यूनिवर्सिटी ऑफ ईस्ट लंदन के साथ पहला करार किया है। यूनिवर्सिटी ऑफ ईस्ट लंदन स्पोर्ट्स के मामले में दुनिया की सबसे बेहतरीन यूनिवर्सिटी मानी जाती है। वहां से अब हमें किस्म-किस्म के कोच, गाइडेंस और एसओपी समेत कई तरह की मदद मिलेगी। हमारी स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी को खड़ा करने में वो मदद करेंगे, ताकि स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी हम राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर लेकर जा सकें। दिल्ली स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी सिर्फ दिल्ली वालों के लिए नहीं है, बल्कि पूरे देश के लिए है। हमारा मकसद है कि पूरे देश से प्रतिभाओं को तलाश कर उनको यहां लाएं, उनके हुनर को और चमकाएं और उनको अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खेलने का मौका दें। यह अपने आप में एक नया प्रयोग है।
*अब कबड्डी, कुश्तीे, क्रिकेट और फूटबाल में बीए की डिग्री मिलेगी, दुर्भाग्य से खेल में नहीं हो पाया, तो नौकरी का रास्त बंद नहीं होगा- अरविंद केजरीवाल*
सीएम श्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी में कुछ ऐसे भी खिलाड़ी आएंगे, जो पहले से ही स्थापित होंगे, उनके हुनर को और निखारना है। इसके अलावा, छठीं-सातवीं कक्षा के जिन बच्चों के अंदर थोड़ा हुनर है उनको स्कूल में लिया जाएगा। उनको स्कूल में खेलने का मौका दिया जाएगा। फिर उनको खिलाड़ी के रूप में तैयार किया जाएगा। उनको बीए, एमए, कामर्स के लिए तैयार नहीं करेंगे, उनको बीए स्पोर्ट्स, बीए क्रिकेट, बीए कबड्डी में डिग्री मिलनी शुरू हो जाएगी। स्पोर्ट्स के लोगों को यह बड़ी दिक्कत आती है कि अगर खेलते-खेलते पढ़ाई छूट गई और बीए नहीं किया। अगर खेल में चयन नहीं हुआ, तो नौकरी भी नहीं मिलेगी। नौकरी में पूछते हैं कि डिग्री कौन सी है। अब यह चिंता करने की जरूरत नहीं है। अब कबड्डी खेले, कुश्ती करो, क्रिकेट और फूटबाल खेलेंगे तो आपको उसी खेल में बीए की डिग्री मिल जाएगी। भगवान करे कि खेल में आप खूब तरक्की करो, लेकिन दुर्भाग्य से खेल में नहीं हो पाया तो नौकरी का रास्ता बंद नहीं होगा। आपको नौकरी भी मिलेगी। कई स्तर पर शुरूआत है। मैं उम्मीद करता हूं कि दिल्ली में जिस तरह का इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया जा रहा है, उससे आने वाले समय में दिल्ली अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर देश का नाम रौशन करेगी।
मुख्यमंत्री श्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, ‘‘मिशन एक्सीलेंस स्कीम’ में जिन खिलाड़ियों को दिल्ली सरकार ने आर्थिक मदद दी थी वे ओलम्पिक से भारत के लिए मेडल लेकर आए। इसी स्कीम में आज 60 खिलाड़ियों को और चेक सौंपे। मुझे उम्मीद है कि इससे उन्हें अपनी ट्रेनिंग और डाइट में मदद मिलेगी, वो आगे बढ़ेंगे और देश को और मेडल दिलाएंगे।’’
*2018 में शरद कुमार और रवि दहिया मिशन एक्सीलेंस के तहत सहायता दी गई थी और इन्होंने ओलंपिक में मेडल जीत कर भारत को गौरवांवित किया- मनीष सिसोदिया*
वहीं, इस अवसर पर डिप्टी सीएम एवं खेल मंत्री श्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि हमारे खिलाड़ी जीत जाते हैं, तो उन्हें सब पैसे देते है, सम्मान देते है लेकिन जब खिलाड़ी प्रशिक्षण के दौरान स्ट्रगल कर रहे होते है; उनके पास ट्रेनिंग व खेल संबंधी अन्य सुविधाओं के लिए पैसे नहीं होते हैं, तब उनकी कोई मदद के लिए कोई आगे नहीं आता है। ऐसे में वे मेडल कैसे जीतकर ला पाएंगे? ऐसे में 2018 में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्त्व में मिशन एक्सीलेंस स्कीम की शुरुआत की गई। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली पहला ऐसा राज्य है, जिसने ऐसी स्कीम शुरू की। उन्होंने कहा कि हम मेडल जीतने के बाद तो खिलाडियों को सम्मानित करते ही है, लेकिन उस दौर में भी खिलाडियों की मदद करते हैं, जब वो मेडल जीतने के लिए मेहनत कर रहे होते है। उन्होंने कहा कि मिशन एक्सीलेंस स्कीम के तहत खिलाडियों को उनके स्पोर्ट्स व जरूरतों का ध्यान रखते हुए 16 लाख रूपये तक की आर्थिक सहायता दी जाती है। साथ ही, प्ले एंड प्रोग्रेस योजना के माध्यम से बडिंग स्पोर्ट्स पर्सन को 3 लाख तक की सहायता दी जाती है। उन्होंने आगे कहा कि 2018 में शरद कुमार और रवि दहिया कुछ शुरूआती खिलाड़ी थे, जिन्हें मिशन एक्सीलेंस के तहत सहायता दी गई थी और इन दोनों ने ओलम्पिक में मेडल जीत कर पूरे भारत को गौरवान्वित किया।
डिप्टी सीएम श्री मनीष सिसोदिया ने दिल्ली स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी व स्पोर्ट्स स्कूल के बारे में साझा करते हुए कहा कि हम अपने स्पोर्ट्स स्कूल के लिए पूरे देश से अच्छे खिलाड़ी छांट रहे है, जिन्हें छोटी उम्र से ही शानदार ट्रेनिंग देकर ओलंपिक के लिए तैयार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी व स्पोर्ट्स स्कूल में खिलाडियों का खेल ही उनकी पढ़ाई होगी। साथ ही, दिल्ली में सरकार स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर को भी तेजी से बढ़ा रही है। दिल्ली सरकार ने 11 एथलेटिक्स सिंथेटिक ट्रैक, 3 एस्ट्रो टर्फ हॉकी फील्ड, 3 टर्फ फुटबॉल फील्ड सहित अन्य स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित किया है।
*इन खिलाड़ियों को सौंपा गया सहायता राशि का चेक*
मुख्यमंत्री श्री अरविंद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री श्री मनीष सिसोदिया ने विभिन्न क्षेत्रों के खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा को निखारने के लिए आर्थिक सहायता का चेक सौंपा। जिसमें एक्वेटिक के खिलाड़ी विशाल ग्रेवाल को पांच लाख, विनायक परिवहार को चार लाख रुपए, सिद्धांत सेजवाल को चार लाख और समित सेजवाल को चार लाख रुपए की आर्थिक मदद दी गई। इसी तरह, एथलिट ट्रैकेट फील्ड से शरद कुमार को 16 लाख रुपए, श्वेता शर्मा को 3 लाख, निधि मिश्रा को दो लाख, नीरज यादव को तीन लाख, नारायण ठाकुर को 8 लाख रुपए, विजय कुमार को 8 लाख रुपए, विकास डागर को तीन लाख, डोली गोला को आठ लाख, ऋषिकांत शर्मा को तीन लाख, मुन्ना कुमार रजक को 12 लाख, अवनील कुमार को तीन लाख, मनीष कुमार को दस लाख, रमन को तीन लाख रुपए दिए गए। इसके अलावा, बैटमिंटन खिलाड़ी उत्कर्ष अरोड़ को दस लाख, बॉस्केट बॉल खिलाड़ी मोहम्मद फहीम को तीन लाख, जूड़ो खिलाड़ी मुस्कान को पांच लाख, गायत्री को दस लाख, कुश प्रिंसी बलहारा को 8 लाख, कराटा खिलाड़ी अख्तर को छह लाख, अक्षय को पांच लाख, दीपिका धीमान को आठ लाख, अनिकेत गुप्ता को आठ लाख, कराटा खिलाड़ी बासु खरे को छह लाख, हर्षिल को छह लाख, बुशू खिलाड़ी सुरोजीत सरदार को तीन लाख, स्नेहा गोसाई को छह लाख, शूटिंग खिलाड़ी दीपक कुमार को दस लाख, आदित्य त्रिपाठी को दस लाख, सॉफ्ट टेनिस में कल्याणी सिंह को तीन लाख, टेनिस में हर्ष फोगाट को दो लाख, रेसलिंग में रवि कुमार को 16 लाख रुपए, स्क्वैश में अमिरा सिंह को तीन लाख, एथलिट खिलाड़ी हर्षिता सेहरावत को 16 लाख रुपए समेत कई अन्य खिलाड़ियों को आर्थिक सहयोग का चेक देकर सम्मानित किया गया।
*सहायता राशि पाकर खिले खिलाड़ियों के चेहर, केजरीवाल सरकार को सराहा*
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के हाथों अपनी प्रतिभा निखारने के लिए सहायता राशि का चेक पाकर खिलाड़ियों के चेहरे खिल उठे। इस दौरान खिलाड़ियों ने केजरीवाल सरकार की जमकर सराहना की। इस दौरान ओलंपियन रवि दाहिया ने कहा कि दिल्ली देश का इकलौता राज्य है, जो प्रतिभावान खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा निखारने के लिए आर्थिक मदद करता है। यह दिल्ली सरकार की बहुत ही सराहनीय पहल है। मुझे पूरी उम्मीद है कि इसकी मदद से आने वाले समय में बहुत से प्रतिभावान खिलाड़ी अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर देश का नाम रौशन करेंगे। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की यह नीति खिलाड़ियों के लिए कारगर साबित हो रही हैं। सरकार खिलाड़ियों की प्रतिभा निखारने में अपना 100 फीसद दे रही है।
*खिलाड़ियों को वित्तीय सहायता देकर अंतर्राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं के लिए तैयार कर रही केजरीवाल सरकार*
केजरीलवाल सरकार ने दिल्ली में प्रतिभावान खिलाड़ियों को वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए 2018 में योजना ‘मिशन एक्सिलेंस’ की शुरूआत की थी। इस योजना के माध्यम से प्रतिभावान खिलाड़ियों को प्रशिक्षण, कोचिंग प्राप्त करने और अन्य जरूरतों के लिए वित्तीय सहायता देकर अंतर्राष्ट्रीय स्तर के टूर्नामेंट और प्रतियोगिताओं के लिए तैयार किया जा रहा है। इस योजना के तहत प्रतिभावान खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतिभा हासिल करने के लिए 16 लाख रुपए तक की वित्तीय सहायता दी जाती है। दिल्ली सरकार की यह योजना अपनी तरह की अनूठी योजना है।
*खिलाड़ियों की सफलता में मददगार साबित हो रही ‘मिशन एक्सीलेंस’ योजना*
केजरीवाल सरकार ने मिशन एक्सिलेंस योजना के तहत इस वर्ष 60 एथलीटों को वित्तीय सहायता दी है। चयन समिति ने इन खिलाड़ियों की निगरानी की और जिन्होंने योजना की मदद से अपनी प्रतिभा को निखार कर विभिन्न स्तरों पर देश का नाम रौशन किया है, उनके लिए और वित्तीय सहायता देने की सिफारिश की। इस में टोक्यो ओलंपिक 2020 में रजत पदक विजेता रवि दहिया को इस योजना के तहत 2018 में 9 लाख रुपये की वित्तीय सहायता दी गई। इस वर्ष दिल्ली सरकार रवि कुमार को उनके कौशल को निखारने के लिए 16 लाख रुपए की वित्तीय सहायता दी है, ताकि ओलंपिक में कई और पदक भारत को मिल सके। इसके अलावा, शरद कुमार ने टोक्यो पैरालिंपिक 2020 में कांस्य पदक जीता था। 2018 में उन्हें 12 लाख रुपए की वित्तीय सहायता दी गई थी। इस वर्ष, उन्हें उनके भविष्य के प्रयासों के लिए 16 लाख रुपए की सहायता दी गई है। इसके अलावा, इस सूची में दिविज शरण हैं, जिन्हें 2018 में 15.5 लाख रुपए की सहायता दी गई थी और उन्होंने 5 एटीपी वर्ल्ड टूर खिताब जीते हैं। वे 2019 में नंबर दो पर थे। वो डेविस कप में भारत का प्रतिनिधित्व करते हैं। ‘मिशन एक्सीलेंस’ योजना दिल्ली के खिलाड़ियों की सफलता में एक बड़ी मददगार साबित हुई है और सर्वश्रेष्ठ एथलीटों की प्रतिभा को निखारने के लिए यह योजना जारी रहेगी, ताकि आने वाले दिनों में भारत शीर्ष खेल राष्ट्रों में से एक बन सके।
6189200cookie-check*चीन और अमेरिका से ज्यादा मेडल ला सके भारत, इसके लिए केजरीवाल सरकार ने प्रतिभावान खिलाड़ियों की मदद के लिए बढ़ाया हाथ, सीएम अरविंद केजरीवाल ने 60 खिलाड़ियों को सौंपा सहायता राशि का चेक*yes
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