सीहोर: सीहोर में गर्मी का असर अभी भी जारी है। पानी की कमी इंसानों के साथ-साथ पशु और जीवों को भी परेशान करने लगी है। नगरीय क्षेत्र में 3 जल स्त्रोतों से पानी सप्लाई किया जाता है, जिनमें एक जमोनिया तालाब भी है। इस तालाब से हर दिन शहर के लिए 40 लाख लीटर पानी सप्लाई किया जाता है। गर्मी के सीजन में पानी कम हुआ तो मछलियों के जीवन पर भी संकट गहराने लगा। आखिरकार एक के बाद एक दम तोड़ने लगीं। कुछ तो तालाब की सूखी जमीन पर इधर-उधर बिखरी पड़ी हैं तो कुछ जो थोड़ा बहुत पानी बचा है उसके ऊपर दिखाई दे रही हैं। यहां हजारों मछलियों की मौत हो चुकी है।पिछले दिनों जब तालाब में पानी कम होने लगा तो यहां से सिर्फ 20 लाख लीटर पानी लिया जाने लगा। दूर जाकर पानी था तो इसका सदुपयोग करने नगर पालिका ने एक नाली गेट तक खोदी और इससे पानी को यहां तक लाया गया। धीरे-धीरे पानी कम होने लगा और इसमें मौजूद हजारों मछलियों पर संकट गहराने लगा। हालत यह हो गई कि ये मछलियां मरने लगीं और फिर यहां मृत मछलियों के ढेर लगना शुरू हो गए।नाली में मृत हजारों मछलियांफिल्टर प्लांट तक पानी पहुंचाने के लिए जो नाली खोदी है, उसमें हजारों मछलियां मृत पड़ी हैं। इससे तो अब पानी के भी दूषित होने का खतरा बढ़ गया है।

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