जालंधर: रमन अरोड़ा, शीतल अंगुराल, एसीपी बरजिंदर सिंहपंजाब सरकार ने पुलिस विभाग में अभी बहुत बड़े स्तर पर रद्दो बदल किया है। कई पुलिस के अधिकारियों को ट्रांसफर कर इधर से उधर भेजा है। इसी बीच पुलिस के एक अधिकारी एसीपी बरजिंदर सिंह वापस जालंधर में पहुंच गए हैं। इनके दोबारा जालंधर के आर्डर शहर के दोनों सत्ताधारी दल के विधायकों को रास नहीं आ रहे हैं।दरअसल कहानी यह है कि एसीपी को तत्कालीन कांग्रेस सरकार के नेताओं के इशारे पर चलने की अब सजा भुगतनी पड़ सकती है। कांग्रेस के शासनकाल दौरान जालंधर में रहते हुए बरजिंदर सिंह ने सेंट्रल विधानसभा क्षेत्र से विधायक रमन अरोड़ा और जालंधर वेस्ट से विधायक शीतल अंगुराल के खिलाफ केस दर्ज किए थे।विधायक रमन अरोड़ा के साथ तो पुलिस अधिकारी महोदय ने बहुत ही बुरी की थी। उनके घर की खुशियों में खलल डालने की कोशिश की थी। विधायक और उनके बेटे पर कोरोना महामारी के दौरान सत्ताधारी दल के दबाब में आकर केस दर्ज कर दिया था।विधायक रमन अरोड़ा के घर पर बेटे की शादी का पूजा पाठ चल रहा था। सारा कार्यक्रम घर के भीतर चल रहा था लेकिन एसीपी बरजिंदर सिंह ने वहां पर उनके बेटे जो कि दुल्हा था और रमन अरोड़ा दोनों पर एपीडेमिक एक्ट के तहत मामला बना दिया था। ठीक है कोरोना महामारी का प्रकोप था लेकिन यह भी देखना चाहिए था कि फंक्शन क्या है।इसी तरह से जालंधर वेस्ट के विधायक शीतल अंगुराल के खिलाफ भी एसीपी ने काफी देर मोर्चा खोले रखा था। उन्होंने शीतल अंगुराल और उनके रिश्तेदारों के खिलाफ कई मामले दर्ज किए थे। विधायक को कतई रास नहीं आ रहा है कि उनके खिलाफ केस दर्ज करने वाले अधिकारी को उनकी ही सरकार उनके ही क्षेत्र में नियुक्ति दे।

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