खरगोन: हर-घर तिरंगा अभियान के तहत जिले को 3 लाख 93 हजार का लक्ष्य मिला है। लक्ष्य पूर्ति के लिए शासकीय विभाग जुटे है। इस कार्य में सामाजिक संगठन और संस्थाएं भी सहयोग कर रही है। वहीं बाजार में भी तिरंगों की जमकर बिक्री हो रही है। इस वर्ष सभी दुकानदारों ने गत वर्ष की तुलना में 30 से 40 प्रतिशत अधिक तिरंगे बुलवाए है। फिलहाल बाजार में अभियान के चलते लोग जमकर तिरंगों की खरीदी कर रहे है। दुकानदारों ने बताया कि वाहनों पर लगाए जाने वाले छोटे तिरंगों की डिमांड इस वर्ष बढ़ी है। लोगों में अभियान को लेकर उत्साह है। उन्होंने बताया कि अधिकाश लोग कॉटन और खादी से बने झंडे पसंद कर रहे है।अभियान को लेकर जिला पंचायत के एडीशनल सीईओ पुरुषोत्तम पाटीदार ने बताया कि जिले को 3 लाख 93 हजार तिरंगों का लक्ष्य मिला है। यह लक्ष्य जिले में स्थित मकानों और आबादी के हिसाब से निर्धारित किया गया है। उन्होंने बताया कि जिले में स्वसहायता समूह के माध्यम से तिरंगों की बिक्री की जा रही है। पंचायत स्तर से लेकर शहरी क्षेत्रों में विक्रय के लिए कांउटर लगाए गए है। समूह द्वारा प्रति झंडा 25 रुपये की दर से विक्रय किया जा रहा है।10 रुपये से लगाकर 500 रुपये तक झंडा बाजार है उपलब्धस्टेशनी संचालक लक्ष्मीनारायण गुप्ता ने बताया कि तिरंगा अभियान के चलते इस वर्ष शासकीय स्कूल और कार्यालयों के स्थान पर दुकानदार और आम नागरिक घरों में झंडे लगाने के लिए अधिक खरीदी कर रहे है। गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष अब तक 1 हजार से अधिक झंडे विक्रय कर चुके है। प्रतिदिन 100 से अधिक लोग झंडे खरीदने के लिए आ रहे है। गुप्ता ने बताया कि फिलहाल बाजार में छोटे झंडों की कमी चल रही है। बाजार में 10 रुपये लगाकर 500 रुपये तक झंडा बाजार में उपलब्ध है।

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