अमृतसर: मजीठा रोड के घाला माला चाैक स्थित डीएम डायग्नोसिस सेंटर में शुक्रवार को स्टेट की मेडिकल टीम ने छापेमारी की। इसके बाद टीम ने सेंटर को सील कर दिया है और कानूनी कार्रवाई भी शुरू कर दी है। सिविल सर्जन डॉ. चरणजीत सिंह और एसीएस डॉ. अमरदीप सिंह ने बताया है कि जानकारी मिली थी कि इस सेंटर में जेंडर डिटरमिनेशन होता है। सामने आया कि सेंटर ने एजेंट भी रखा था। इसलिए टीम ने महिला को पेंशन बनाकर भेजा।महिला को एजेंट गाड़ी में बैठकर सेंटर पर पहुंचा। महिला को टीम ने 18 हजार रुपए नंबरनोट करके दिए थे, जिन्हें अस्पताल में जांच के दौरान रिकवर कर लिया गया। बाकी की जांच चल रही है। कानून का उल्लंघन किया गया है। छापेमारी के लिए डिस्ट्रिक्ट फैमिली प्लैनिंग ऑफिसर डाॅ. हरप्रीत िसंह की अगुवाई में 12 लोगों की टीम अमृतसर पहुंची। उन्होंने बताया कि स्टेट का विंग बनाया हुआ है। ऐसी सूचना मिलने पर उस विंग की सहायता ली जाती है। सारी सीसीटीवी फुटेज और काॅल रिकॉर्डिंग जब्त कर ली गई हैं। सेंटर का पिछला रिकॉर्ड भी चेक किया जा रहा है।सेंटर मालिक ने कहा- साजिश के फंसाया गयासेंटर के मालिक दिवेश महाजन का कहना है कि वह पीजीआई के प्रोफेसर रहे हैं। उनके डॉक्टर से किसी प्रकार की रिकवरी भी नहीं हुई है। रिसेप्शन से ही केवल 2000 रुपए मिले हैं। उन्होंने फॉर्म भी फिल कर दिया है। पहले कभी उनके सेंटर में किसी प्रकार की खामी नहीं पी पाई गई। वह कानून के दायरे में रहकर काम करते हैं। उन्हें एक साजिश के तहत फंसाया जा रहा है।

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