लुधियाना: नौकरों द्वारा वारदातें करने का सिलसिला जारी है, जोकि थमने का नाम नहीं ले रही।नौकरों द्वारा वारदातें करने का सिलसिला जारी है, जोकि थमने का नाम नहीं ले रही। लेकिन इसमें पुलिस की इंवेस्टिगेशन पर बड़े सवाल खड़े होते हैं। यही वजह है कि लाखों रुपए की इन चोरियों के आरोपी नौकरों का पता नहीं चल पाता। जिसके चलते पीड़ित पक्ष रिकवरी के इंतजार में थानों के चक्कर काट-काट कर परेशान हो जाते हैं।आकंड़ों की बात करें तो पिछले ढाई सालों में 32 घरेलू नौकरों ने 27 कारोबारियों के घरों से 89 लाख कैश और 2.10 करोड़ का सोना चोरी कर लिया। लेकिन हैरत की बात ये है कि इनमें से सिर्फ 5 फीसदी मामले भी ट्रेस नहीं हो पाए। पुलिस ने उन्हें नामजद कर दिया और उनके पते होने के बावजूद उन्हें पुलिस गिरफ्तार नहीं कर पाई। क्योंकि पुलिस उन मामलों में इंवेस्टिगेशन को पुराने ढर्रे पर ही करती रही और लोगों को इंसाफ का इंतजार है, क्योंकि पुलिस कहती है भाल(तलाश) जारी है ।पुलिस कहती है तलाश जारी, दो ही तरीकों से वारदात को दिया जा रहा अंजामपीड़ित पक्ष द्वारा पुलिस को जब भी शिकायत दी जाती है तो उक्त मामले में पहले सीसीटीवी खंगालती है और नौकरों के परिवार रिकार्ड जुटाती है। पहले दिन पर्चा दर्ज कर दो दिन तक जांच तेजी से होती है। लेकिन फिर एकदम से मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता है। जबकि पुलिस को पहले नेपाल बार्डर पर टीम भेजकर अलर्ट करना होता है, ताकि उन्हें नेपाल बार्डर पर ही दबोचा जा सके। क्योंकि 95 फीसदी मामले में आरोपी नेपाल फरार हुए हैं। मगर इस प्रोसिजर को फाॅलो पुलिस तब करती है, जब आरोपी बार्डर क्राॅस कर जाते हैं। नतीजन न चोर मिलता है और न ही सामान।जांच में सामने आया…एक ही गैंग ऑपरेट कर रहा है नेटवर्कपिछले मामलों में की गई इंवेस्टिगेशन के बाद इतना जरूर पता चला है कि नेपाल में एक ही गैंग है, जोकि इस नेटवर्क को ऑपरेट कर रहा है। क्योंकि हर बार वारदात करने वाले दो ही तरीके अपनाते हैं। जिसमें पहला नौकर मालिक और परिवार को खाने में नशीला पदार्थ दे देता है, जिसके बाद अपने 4 साथियों को बुलाकर वारदात को अंजाम दे देते हैं।दूसरे तरीके में घर में काम करने वाला नौकर अपने गांव जाता है और जाने से पहले अपने पहचान वाले को नौकरी पर रखवा जाता है। कुछ दिन बाद वही नौकर परिवार के बाहर जाने पर पीछे से वारदात को अंजाम दे जाता है। जब पुराने नौकर को काॅन्टेक्ट किया जाता है तो उसका भी कोई पता नहीं चलता और न वो दोबारा नौकरी पर लौटता है।ये हुईं वारदात : मोती नगर में कारोबारी के घर से 100 तोले सोना चुरा ले गईराजगुरु नगर में लक्ष्मी पंप के मालिक के घर से ज्वैलरी और कैश चोरी कर ले गया नौकरमोती नगर में कपड़ा कारोबारी के घर से महिला नौकरानी ने 100 तोले सोना और 9 लाख कैश चुराया था।बाड़ेवाल इलाके में हौजरी कारोबारी के घर से 80 तोले सोना और 24 लाख की नगदी चुराई

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