इंसान सुबह से लेकर काम करते-करते रात तक थक जाता है। तब उसका दिल बिस्तर पर लेटते ही चैन की नींद सो जाने का करता है। हालांकि, कई बार थकान इतनी ज्यादा होती है कि करवटें बदलते रहते हैं, लेकिन नींद का नामों निशान नहीं होता। इससे परेशान होकर कई बार लोग डॉक्टर के पास भी चले जाते हैं। लेकिन आज हम आपको आयुर्वेद में बताए गए एक नुस्खे के बारे में बताएंगे, जिसे जानकर आपकी यह समस्या चुटकियों में गायब हो जाएगी।
दरअसल, आयुर्वेद में सोने से पहले तेल से पैरों की मालिश को वरदान बताया गया है। इससे बॉडी को आराम मिलता है, साथ ही स्ट्रेस लेवल कम हो जाता है।
थकान होगी दूर
आयुर्वेदिक भाषा में इस प्रक्रिया को एक खास नाम पादाभ्यंग से जाना जाता है, जिससे शरीर को गजब के फायदे मिलते हैं। यदि आप रोज रात में सोने से पहले तेल से पैरों की मालिश करते हैं, तो इससे आपकी दिन भर की थकान दूर होगी, साथ ही रात में चैन की नींद आएगी और सुबह आप एनर्जेटिक नजर आएंगे।
होंगे ये फायदे
- फैमिली प्रॉब्लम और ऑफिस की टेंशन से दिमाग अशांत हो जाता है। ऐसे में रोज रात को पैरों की मालिश करने से तनाव कम हो जाता है। यह नर्वस सिस्टम को शांत करता है, साथ ही स्लीप क्वालिटी को सुधारता है। इससे दिमाग में चल रही सारी चिंताएं दूर हो जाएंगी और आपको अच्छी नींद आएगी।
- फिजिकल वर्कआउट करने वाले लोगों के लिए रात में तेल लगाकर सोना चमत्कारिक उपाय माना जाता है। इनके मसल्स में दर्द होना आम बात है। ऐसे में रोजाना सरसों का तेल लेकर पैरों की मालिश करनी चाहिए। इससे मसल्स को आराम मिलता है और दर्द भी कम हो जाता है।
- यदि आपके सिर में दर्द है, तो पैरों की मालिश करने से भी काफी हद तक इससे आराम मिल जाता है। पैरों की नसों को आराम मिलते ही माइग्रेन और सिर दर्द की समस्या से निजात पाया जा सकता है।
- तेल मालिश करने से पैरों में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है। इससे अकड़न की समस्या दूर होती है और थकान भी खत्म हो जाती है। फिर आप समय पर चैन की नींद सो पाएंगे। इससे सुबह उठकर आपको फ्रेश फील होगा और आप दिन भर एनर्जेटिक बने रहेंगे।
इन तेलों का करें इस्तेमाल
रोज रात में पैरों को तेल से मालिश करने के लिए सरसों का तेल, बादाम का तेल, जैतून का तेल, तिल का तेल या नारियल का तेल इस्तेमाल कर सकते हैं।
(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)
