सोशल मीडिया पर कई तरह की ऐसी फ़ोटो वायरल होती रहती है जो सीधे हमारे दिमाग़ को चैलेंज (Brain Test) करती है। इन फ़ोटो को देखने के बाद हमारा दिमाग़ घूम जाता है। ये फ़ोटो दिखने में बड़ी आसान नज़र आती है लेकिन जब हमें इन्हें हल करते हैं तब हमें पता चलता है कि ये इतने भी आसान नहीं है।
इस तरह की फ़ोटो हमारे दिमागों आँखों को कन्फ्यूज़ करती है। लेकिन जब हम इस तरह की फ़ोटो को ध्यान से देखते हैं और हल करने की कोशिश करते हैं तो हमारा दिमाग़ अलग तरीक़े से सोचने पर मजबूर हो जाता है साथ ही साथ हमारी आंखें भी अलग अलग नज़रिए को देखने पर मजबूर हो जाती है। अब ऐसा ही एक चैलेंज हम आपके लिए लेकर आए हैं।
ब्रेन टेस्ट चैलेंज बना इंटरनेट का नया क्रेज
सोशल मीडिया पर एक नया ब्रेन टेस्ट वायरल हो रहा है, जिसमें आपको एक जैसे दिखते अक्षरों के बीच सिर्फ एक ‘N’ ढूंढना है। ये आसान लगने वाला टेस्ट लोगों को इतना उलझा रहा है कि पांच सेकंड में हल कर पाना किसी टास्क से कम नहीं लग रहा। कई यूज़र्स ने तो इसे ‘दिल बनाम दिमाग’ की लड़ाई कह दिया है। इस ब्रेन चैलेंज को सॉल्व करने का मज़ा ही कुछ और है।
क्या है Brain Test का असली मकसद?
ऐसे ब्रेन टेस्ट्स का मकसद सिर्फ एंटरटेनमेंट नहीं होता, बल्कि ये हमारे दिमाग के फोकस, ऑब्ज़र्वेशन पावर और रिएक्शन टाइम को जांचने का आसान तरीका भी होते हैं। इस वायरल टेस्ट में कई सारे ‘M’ अक्षर होते हैं, जिनमें कहीं न कहीं एक ‘N’ छिपा होता है। देखने में ये सब एक जैसे लगते हैं, लेकिन ध्यान से देखने पर ही फर्क समझ आता है। यही कारण है कि इस चैलेंज को लोग सोशल मीडिया पर एक-दूसरे को भेजकर खुद को परखने की कोशिश कर रहे हैं।
ब्रेन टेस्ट से जुड़ी साइकोलॉजी और दिमागी सेहत
ब्रेन गेम्स या ऐसे चैलेंज न सिर्फ मजेदार होते हैं, बल्कि साइकोलॉजिस्ट मानते हैं कि ये दिमाग की एक्सरसाइज का काम भी करते हैं। रोज़मर्रा की थकान और स्क्रीन टाइम के बीच ये छोटे-छोटे चैलेंज हमारे ब्रेन को एक्टिव और तेज़ बनाने में मददगार होते हैं। ब्रेन टेस्ट्स में तेजी से सोचने और छोटी-छोटी डिटेल्स पर ध्यान देने की आदत बनती है, जो पढ़ाई, काम या किसी भी रियल लाइफ सिचुएशन में बहुत काम आती है।
