देश के करोड़ों आम बैंक ग्राहकों के लिए राहत की एक बड़ी खबर आई है। दरअसल, 4 अलग-अलग सरकारी बैंकों ने बचत खातों पर AMB (एवरेज मंथली बैलेंस) की शर्तों को खत्म कर दिया है। AMB की शर्तों को खत्म करने का सीधा मतलब ये हुआ कि अब आपको बैंक खाते में मिनिमम बैलेंस मेनटेन रखने के लिए मजबूर नहीं होना पड़ेगा। पब्लिक सेक्टर के इंडियन बैंक, भारतीय स्टेट बैंक (SBI), केनरा बैंक और पंजाब नेशनल बैंक (PNB) ने अपने ग्राहकों के लिए बचत खातों पर AMB की शर्तों को खत्म कर दिया है। ऐसा माना जा रहा है कि इन बैंकों के बाद और भी कई बैंक एवरेज मंथली बैलेंस के नियम को खत्म कर सकते हैं।
एवरेज मंथली बैलेंस मेनटेन नहीं करने पर लगता है जुर्माना
बताते चलें कि एवरेज मंथली बैलेंस नियम के तहत ग्राहकों को अपने बचत खाते में एक तय राशि को मेनटेन करके रखना होता है। उदाहरण के लिए, एचडीएफसी बैंक के बचत खाते में 10,000 रुपये का मिनिमम बैलेंस मेनटेन रखना होता है। अगर आपके बैंक खाते में जमा कुल राशि 10,000 रुपये से कम होती है तो आपको कम हुई राशि के अंतर पर जुर्माना भरना पड़ता है। मान लीजिए, आपके बैंक खाते में 8500 रुपये हैं तो आपको 10,000 रुपये में से कम हुई राशि यानी 1500 रुपये पर जुर्माना भरना होगा। लेकिन इंडियन बैंक, एसबीआई, केनरा बैंक और पीएनबी अब अपने ग्राहकों से एवरेज मंथली बैलेंस के लिए जुर्माना नहीं वसूलेंगे।
इंडियन बैंक के ग्राहकों के लिए 7 जुलाई से लागू होगा नियम
इंडियन बैंक ने कहा है कि 7 जुलाई से किसी भी तरह के बचत खातों पर एवरेज मंथली बैलेंस की जरूरत को खत्म कर दिया जाएगा। भारतीय स्टेट बैंक ने भी सभी प्रकार के बचत खातों को एवरेज मंथली बैलेंस से मुक्त कर दिया है। पंजाब नेशनल बैंक ने भी अपने सभी बचत खातों से एवरेज मंथली बैलेंस की बाध्यता को खत्म कर दिया है। केनरा बैंक ने इस साल मई में ही अपने ग्राहकों के लिए ये नियम खत्म कर दिया था। बताते चलें कि एवरेज मंथली बैलेंस नियम की वजह से ग्राहकों को मजबूरी में अपने खातों में मिनिमम बैलेंस को मेनटेन रखना पड़ता है, अगर वे ऐसा नहीं करते हैं तो उन्हें जुर्माना भरना पड़ता है।
