देश के नंबर 1 और 2 रियल एस्टेट ब्रांड्स बने गोदरेज और DLF, इतने हजार करोड़ की प्रॉपर्टी बेचकर बनाया रिकॉर्ड
भातरीय रियल एस्टेट मार्केट में पिछले 2 साल में जबरदस्त तेजी रही है। महानगरों और टियर टू शहरों में प्रॉपर्टी की रिकॉर्ड बिक्री दर्ज की गई है। इसके साथ की कीमत में भी जबरदस्त उछाल देखा गया है। इसका फायदा देश की टॉप रियल एस्टेट कंपनियों को मिला है। स्टॉक बाजार से जुटाए गए आंकड़ों के अनुसार, भारत की 26 प्रमुख लिस्टेड रियल एस्टेट कंपनियों ने पिछले वित्त वर्ष (2024-25) में 1.62 लाख करोड़ रुपये मूल्य की संपत्तियां बेची हैं। इनमें गोदरेज प्रॉपर्टीज लगभग 30,000 करोड़ रुपये की बिक्री बुकिंग के साथ सबसे बड़ी कंपनी बन गई। बाजार पूंजीकरण के मामले में सबसे बड़ी रियल एस्टेट कंपनी डीएलएफ लिमिटेड 2024-25 के दौरान 21,000 करोड़ रुपये से अधिक की रिकॉर्ड बिक्री बुकिंग के साथ दूसरे स्थान पर रही।
कंपनियों की बिक्री में 20% का बड़ा उछाल
इसके बाद मैक्रोटेक डेवलपर्स (लोढ़ा ग्रुप), प्रेस्टीज एस्टेट्स प्रोजेक्ट्स और सिग्नेचर ग्लोबल हैं। निवेशकों की प्रस्तुतियों और शेयर बाजार से जुटाए आंकड़ों के अनुसार, 26 प्रमुख सूचीबद्ध रियल एस्टेट कंपनियों ने पिछले वित्त वर्ष में 20 प्रतशत से अधिक वृद्धि के साथ 1,61,722 करोड़ रुपये की संयुक्त बिक्री बुकिंग या बिक्री बुकिंग की सूचना दी। बिक्री बुकिंग का बड़ा हिस्सा आवासीय क्षेत्र खासकर लक्जरी घरों से आया, जबकि वाणिज्यिक संपत्तियों से योगदान कम मिला। वार्षिक बिक्री बुकिंग के मामले में, गोदरेज प्रॉपर्टीज पिछले वित्त वर्ष के दौरान 29,444 करोड़ रुपये की बिक्री बुकिंग के साथ सबसे बड़ी सूचीबद्ध कंपनी के रूप में उभरी। वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान इसकी प्री-सेल्स 22,527 करोड़ रुपये रही।
‘द डहलियाज’ से डीएलएफ को फायदा मिला
डीएलएफ की बिक्री बुकिंग 14,778 करोड़ रुपये से बढ़कर 21,223 करोड़ रुपये हो गई, जो गुरुग्राम में इसकी अल्ट्रा लक्जरी हाउसिंग परियोजना ‘द डहलियाज’ में मजबूत बिक्री के कारण हुई। आपको बता दें कि पिछले वर्ष अक्टूबर में डीएलएफ ने गुरुग्राम में डीएलएफ फेज-5 में 17 एकड़ की बेहद आलीशान आवासीय परियोजना ‘द डहलियाज’ शुरू की थी, जिसमें 420 अपार्टमेंट और पेंटहाउस शामिल हैं। एक अपार्टमेंट का न्यूनतम आकार 10,300 वर्ग फुट है। डीएलएफ को इसमें प्रति इकाई औसतन लगभग 70 करोड़ रुपये की प्राप्ति हुई है।
