रेवाड़ी: धारूहेड़ा की श्री नंदू गौशाला में बंधी गाय और नंदी।हरियाणा के जिला रेवाड़ी के कस्बा धारूहेड़ा में बनी गौशाला में बेजुबान नंदी और गाय भूख से मरने की कगार पर हैं, क्योंकि उन्हें खाने के लिए पर्याप्त चारा नहीं मिल रहा। सरकारी स्तर पर 31 जुलाई को ही चारा मिलना बंद हो चुका। गौशाला कमेटी अपने स्तर पर इंतजाम करने में जुटी है। वहीं सरकारी स्तर पर सिर्फ पत्राचार के अलावा कोई समाधान नहीं निकला है। नौबत यह आ गई है कि शुक्रवार की रात तो चारा बिल्कुल खत्म हो गया।2 साल पहले धारूहेड़ा कस्बे के गरीब नगर में निकाय विभाग की 7 एकड़ जमीन पर गौशाला बनाई गई थी। गौशाला का नाम नंदू गौशाला और उपचार सेंटर रखा गया। निकाय विभाग ने इस पर 30 लाख रुपए खर्च किए। गौशाला प्रबंधन के लिए बनी कमेटी ने गांव-गांव जाकर 50 लाख रुपए से ज्यादा एकत्रित करके इसे भव्य गौशाला का रूप दिया। गौशाला में इस समय 550 नंदी और 100 गाय रखी गई हैं। गौशाला में पशुओं के चारे के लिए सरकारी स्तर पर टेंडर छोड़ा गया।2 साल तक सरकारी स्तर पर चारे का प्रबंध होता रहा, लेकिन अब 31 जुलाई को टेंडर खत्म हो चुका है। टेंडर खत्म होने के बाद इसे दोबारा से शुरू कराने के लिए पिछले 27 दिनों से गौशाला प्रबंधन कमेटी नगर पालिका धारूहेड़ा और DMC से अनुरोध करती रही, लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हुई, जबकि चारा खत्म होता चला गया। अधिकारियों के आश्वासन के बाद गौशाला में प्रबंधन का कार्य देखने वाले पदाधिकारियों ने अपने स्तर पर चारे का प्रबंध किया। अब हालात यह हो गए हैं कि चारा बिल्कुल खत्म हो गया।टेंडर खत्म होने से पहले ही चेतायागौशाला के प्रधान रोहित ने बताया कि टेंडर के संबंध में उन्होंने 12 जुलाई को ही DMC और धारूहेड़ा नगर पालिका को पत्र लिख दिया था। उसके बावजूद आगे कोई कार्रवाई नहीं हुई। टेंडर खत्म होने पर 2 अगस्त को DMC से मुलाकात की। उन्होंने चारे का प्रबंध कराने का आश्वासन दिया। इसके बाद सप्लायर से खुद अपने स्तर पर चारा मंगवाया।अधिकारियों ने इसका भुगतान करने की बात की] लेकिन धारूहेड़ा नगर पालिका ने भुगतान करने से साफ मना कर दिया। इसके बाद जब धारूहेड़ा के पार्षदों को पता चला तो 10 पार्षदों ने लिखित शिकायत देकर DMC से गौशाला में चारे का प्रबंध कराने का अनुरोध किया। DMC ने फिर से धारूहेड़ा नगर पालिका को चारे का प्रबंध करने के निर्देश दिए, लेकिन हुआ कुछ नहीं।24 अगस्त को DMC ने फिर दिए निर्देशश्री नंदू गौशाला के संबंध में DMC ने 24 अगस्त को धारूहेड़ा नगर पालिका के सचिव के नाम भेजे गए पत्र में साफ बताया कि उनकी 50 लाख रुपए तक की लिमिट खत्म हो चुकी है। 5 लाख रुपए का भुगतान नगर परिषद रेवाड़ी के कार्यकारी अधिकारी और 2 लाख रुपए स्वयं नंदू गौशाला की तरफ से किया जा चुका है। पत्र में साफ निर्देश हैं कि धारूहेड़ा नगर पालिका अगस्त माह के चारे के संबंध में शेष राशि 4 लाख रुपए का भुगतान करते हुए 24 अगस्त तक उन्हें अवगत कराएं, लेकिन धारूहेड़ा नगर पालिका ने कोई प्रबंध नहीं किया।लावारिस पकड़े पशु रखे गएबता दें कि पिछले कई सालों से रेवाड़ी के अलावा धारूहेड़ा, बावल में लावारिस पशुओं की वजह से कई लोगों की जान चली गई थी। कई लोग बुरी तरह जख्मी हुए। उसके बाद लावारिस पशुओं को पकड़ने की मांग ने जोर पकड़ा तो धारूहेड़ा में 7 एकड़ जमीन पर गौशाला बनाई गई, जिसमें पिछले 2 साल के अंदर 550 नंदी और 100 लावारिस गायों को पकड़कर रखा गया। शुरुआत में इनके रख-रखाव को लेकर बड़े दावे किए गए, लेकिन अब इन्हें चारा ही नहीं मिल रहा है।गौशाला बंद करके STP प्लांट लगाने की तैयारीबताया जा रहा है कि धारूहेड़ा में निकाय विभाग की जमीन पर बनी गौशाला को बंद करने की तैयारी की जा रही है। इस जमीन पर STP प्लांट लगाने का प्रस्ताव भी लाया जा रहा है। इसका खुलासा उस वक्त हुआ, जब धारूहेड़ा के ही 10 पार्षदों ने केन्द्रीय मंत्री राव इन्द्रजीत सिंह को पत्र लिखकर गौशाला की जमीन पर STP प्लांट नहीं लगाने की मांग की।कुछ दिन पहले STP प्लांट की मांग उस वक्त उठी, जब मसानी गांव में 21 गांवों की महापंचायत हुई, जिसमें साहबी झील में डाले जा रहे दूषित पानी के लिए बगैर ट्रीट किए सिवरेज पानी छोड़ने का विरोध करते हुए आरपार की लड़ाई का ऐलान किया गया। इससे बाद अधिकारियों ने धारूहेड़ा में STP प्लांट लगाने की तैयारी शुरू की। सूत्रों के अनुसार, इसी वजह से धारूहेड़ा नगर पालिका गौशाला में रखे गए पशुओं के चारे का इंतजाम नहीं कर रही।रेवाड़ी और बावल को करनी है व्यवस्थाधारूहेड़ा नगर पालिका के चेयरमैन कंवर सिंह यादव ने कहा कि मेरे चेयरमैन बनने से पहले जब गौशाला बनी तो उस समय जारी हुए लेटर में साफ लिखा गया था कि धारूहेड़ा ने अपनी 50 करोड़ रुपए की जमीन दे दी। गौशाला में व्यवस्था का जिम्मा रेवाड़ी नगर परिषद और बावल नगर पालिका को सौंपा गया था। मुझे DMC की तरफ से लिखे गए किसी भी पत्र की कोई जानकारी नहीं है।

Comments are closed.