लुधियाना: बोगस बिलिंग का कारोबार करने वालों में कई कारोबारियों के नाम तो पहले ही सामने आ चुके हैं। इस गोरखधंधे में अब नेताओं ने भी हाथ आजमाना शुरू कर दिया है। ऐसे ही कुछ धार्मिक और सामाजिक नेताओं ने जून में 12 बोगस फर्मों का साम्राज्य खड़ा कर दिया है। जिसकी तरफ विभाग की नजर भी पड़ चुकी है। दो महीने में हर फर्म से 20 से 25 लाख की बिलिंग कर करोड़ों रुपए की बोगस बिलिंग कर दी गई, जिसका विभाग को तब पता नहीं चला।लेकिन अब इसे लेकर काफी विभाग गंभीर हैं। इसलिए इस मामले में बिना कोई बयानबाजी किए, जीएसटी और सेंट्रल जीएसटी की टीमें काम कर रही हैं। बताया जा रहा है कि ये नेता 6 से 8 महीने ही फर्मों का इस्तेमाल करते हैं, जिन्हें महंगे दाम लेकर आगे बेच दिया जाता है। लेकिन अब ये सभी विभाग के राडार पर हैं, इसमें जल्द विभाग बड़ा खुलासा कर सकता है। विभागीय सूत्रों से ये भी मालूम चला है कि जीएसटी डिपार्टमेंट ने इन फर्मों का रिकॉर्ड खंगालने के लिए चार अफसरों की ड्यूटी लगाई है।ऐसे समझें फर्जी फर्मों का नेक्सेस : ड्राइवर, मजदूर और सेल्समैन के नाम पर बना दी फर्मेंसूत्र बताते हैं कि इस मामले में जिन 12 फर्मों का जिक्र किया गया है, वो सभी अलग-अलग नामों से तैयार की गई हैं। ये सभी फर्में होजरी से संबंधित हैं। ये फर्में टैक्सी ड्राइवर, दिहाड़ीदार और शहर के अलग-अलग बाजारों में काम करने वाले सेल्समैन की आईडी लगाकर तैयार की गई हैं। जिन्हें एक बार में 20 से 30 हजार रुपए देकर बैठा दिया जाता है और उनके नाम पर जाली खातों में पैसे डलवाए जा रहे है।जिसमें ठगों ने फैक्टरियां और उनके 200-200 गज के ऑफिस कागजों में दिखाए हैं। लेकिन असलियत में एक भी ऑफिस नहीं है। ये ऑफिस ठग नेताओं ने एक-एक कमरे में बना रखे हैं, जिन्हें ये खुद ऑपरेट कर रहे हैं। ये जीएसटी चोर हर 6 या 8 महीने बाद फर्म को बंद कर देते हैं। ताकि वो पकड़ में न आ सकें। इनकी डिटेल्स विभाग ने निकाली है।दिल्ली की फर्में लुधियाना से हो रहीं ऑपरेटइन 12 फर्मों में दो फर्में नेताओं ने जून में दिल्ली के कारोबारी को बेची हैं। जिन्हें ऑपरेट लुधियाना से किया जा रहा है। 9 फर्में जून में खरीदी गई हैं, जिनसे महीने में हर फर्म से 20 से 25 लाख की बोगस बिलिंग की गई। बेची हुई फर्मों में नेताओं को कमीशन आ रही है। अगर इन फर्मों को विभाग गंभीरता से खंगाले तो बात-बात पर धरना देने और सच्चाई की बातें करने वाले इन धार्मिक और सामाजिक नेताओं का सरकार को चूना लगाने का सच सामने आएगा।अफसरों से सेटिंग कर चला रहे थे कारोबारवैसे तो अधिकारी अपनी ड्यूटी ईमानदारी से कर रहे हैं लेकिन इन्हीं में से कुछ अफसर ऐसे भी हैं, जिनके साथ इन नेताओं ने सेटिंग कर रखी है। इसकी वजह से इनके द्वारा की जा रही बोगस बिलिंग पकड़ में नहीं आ रही थी। लेकिन इस बार पंजाब सरकार के प्रेशर की वजह से सभी फर्मों की जांच की जा रही है।

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