चंडीगढ़: किसान के घर के दरवाजे पर फायरिंग के बाद मिले गोलियों के निशान।मोगा में गैंगस्टर दविंदर बंबीहा के गांव बंबीहा में फायरिंग में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। किसान के परिवार ने ही अपने घर पर गोलियां चलवाई थी। आर्म्स लाइसेंस बनवाने के लिए यह पूरी साजिश रची गई थी। जिसके बाद कहानी रची गई कि लॉरेंस गैंग के गोल्डी बराड़ ने फिरौती न देने पर यह फायरिंग करवाई है।पुलिस ने आरोपी किसान और उसके बेटे को हिरासत में ले लिया है। यह दोनों पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड के बाद आमने-सामने हुए गैंगस्टर लॉरेंस और बंबीहा गैंग की दुश्मनी का फायदा उठाना चाहते थे।किसान के पास न तो ज्यादा जमीन थी और न ही वह अमीर था, इसे देख पुलिस को शक हुआ कि उससे कोई फिरौती क्यों मागेंगे। जांच में उनके दावे के सबूत न मिलने पर पुलिस के आगे पूरा मामला बेनकाब हो गया।बाप-बेटे ने किया था लाइसेंस अप्लाईसूत्रों के मुताबिक तरलोचन सिंह और उसके बेटे ने आर्म्स लाइसेंस के लिए अप्लाई किया था। इसे मंजूरी मिल जाए, इसलिए परिवार ने यह साजिश रची। उन्होंने धमकी की बात कहकर खुद ही घर पर फायरिंग करवा दी। जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची तो घर में लगी गोलियां देखकर पुलिस को शक हो रहा था। पुलिस ने सीसीटीवी भी खंगाले लेकिन वहां से भी कुछ नहीं मिला। जिसके बाद पुलिस का शक और बढ़ गया। किसान ने कहा था कि हमलावर कार से आए थे लेकिन पुलिस को वहां से ऐसा कोई सबूत नहीं मिला। वहीं किसान बहुत अमीर नहीं है और न ही ज्यादा जमीन है, इसे देखते हुए पुलिस ने जांच शुरू की तो पूरा मामला बेनकाब हो गया।विदेशी नंबर से कॉल कर धमकी की दी थी शिकायतकिसान तरलोचन सिंह ने कहा था कि उन्हें कुछ दिन पहले विदेशी नंबर से वॉट्सऐप कॉल आई थी। जिसमें उनसे 5 लाख रुपए की फिरौती मांगी गई थी। जिसके बारे में किसान ने पुलिस को शिकायत दे दी। पुलिस इसकी जांच कर ही रही थी कि 2 दिन पहले तड़के करीब 3 बजे किसान के घर पर फायरिंग हो गई। यह गोलियां घर के दरवाजे और दीवार पर लगे। हालांकि घर में किसी को नुकसान नहीं हुआ था।

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