पहलगाम में पर्यटकों पर आतंकी हमला, 27 लोगों की मौत, कई घायल, NIA करेगी जांच, स्थानीय लोगों ने निकाला कैंडल मार्च
Pahalgam Terror Attack: मंगलवार को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में बड़ा आतंकी हमला हुआ है। इस हमले में 27 लोगों की जान चली गई। 20 से अधिक लोग घायल हैं। घायलों में पर्यटकों के साथ-साथ स्थानीय लोग भी शामिल हैं। सूत्रों के मुताबिक इस मामले में 4 आतंकी शामिल थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह श्रीनगर पहुँच गए हैं। वहीं इस घटना के विरोध में स्थानीय लोगों ने कैंडल मार्च निकाला। पीड़ितों के लिए न्याय की माँग भी की।
पहलगाम के बैसरन इलाके में सेना की वर्दी पहने आतंकियों ने पर्यटकों के समूह को अपना निशाना बनाया। 22 अप्रैल को करोब दोपहर 2:30 बजे उनपर ताबड़तोड़ गोलीबारी करने लगे। इस घटना में कई लोगों की मौत हो गई। घायलों को उपचार के लिए पहलगाम अस्पताल ले जाया गया। वहीं हालत गंभीर होने के कारण कुछ को श्रीनगर भेजा गया है।
इस हमले के बाद LoC अलर्ट है। हमलावरों की तलाश के लिए इलाके की घेराबंदी की गई है। केंद्र सरकार भी एक्शन में है। NIA को घटना की जांच करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
धर्म पूछकर मारी गोली
घायलों ने बताया कि आतंकवादी सेना की वर्दी में थे। जिससे वे हमले का अनुमान नहीं लगा पाएं। लेकिन अचानक से आतंकियों ने सैलानियों पर फायरिंग शुरू कर दी। लोगों से नाम और धर्म पूछा। हिन्दू नाम सुनते ही गोली मार दी।
TRF ने ली हमले की जिम्मेदारी
पहलगाम में हुए हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा के टीआरएफ ने ली है, जिसकी फंडिंग पाकिस्तान से होती है। इसका मास्टरमाइंड सज्जाद गुल है। आतंकी संगठन ने इस हमले के बाद एक पत्र जारी किया है। जिसमें दावा किया है कि जम्मू-कश्मीर में स्थानीय लोगों को नहीं बाहरी लोगों को डोमेसाइल दिया गया है, जो डेमोग्राफी बिगाड़ने की कोशिश है। इस तरह का हमला बाहरी लोगों को गैर-कानूनी तरीके से बसाने का परिणाम है।
