अपने परिवार के लिए घर खरीदना हर किसी का सपना होता है, खासकर जब आप पहली बार घर ले रहे हों। यह एक बहुत ही खास अहसास होता है। पहली बार घर खरीदने वालों को कई जरूरी बातों का ध्यान रखना चाहिए। अगर आप भी पहली बार कोई घर, मकान या फ्लैट खरीदने की सोच रहे हैं, तो ये टिप्स आपके लिए बहुत मददगार साबित होंगी।
1. होम लोन को समझदारी से लें
अगर आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा है, तो बैंक आपको प्रॉपर्टी की कीमत का 90% तक लोन दे सकते हैं। समझदारी इसी में है कि आप ज़्यादा से ज़्यादा डाउन पेमेंट करें। इससे आपकी मासिक किस्त (EMI) कम होगी और लंबे समय तक भारी बोझ से बचा जा सकेगा। होम लोन लेने से पहले अलग-अलग बैंकों और NBFCs (गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों) से संपर्क करें। जहां आपको सबसे कम ब्याज दर पर लोन मिले, वहीं से लें।
2. अपनी सैलरी का करें आकलन
होम लोन लेते समय अपनी वर्तमान सैलरी के साथ-साथ यह भी सोचें कि आने वाले सालों में आपकी सैलरी कितनी बढ़ सकती है। याद रखें कि आपको घर का पूरा खर्च अपनी सैलरी में से ही उठाना है, जिसमें EMI के अलावा रखरखाव और अन्य खर्चे भी शामिल होंगे।
3. अपने खर्चों पर लगाम लगाएं
होम लोन लेने से पहले अपने खर्चों का हिसाब-किताब बनाएं। जहां खर्च कम किया जा सके या बंद किया जा सके, वहां तुरंत काम करें। फिजूलखर्ची से बचें ताकि भविष्य में कभी भी EMI भरने में दिक्कत न आए। बचत करने की आदत डालें।
4. एजेंट को कमीशन देने से बचें
किसी एजेंट के माध्यम से घर खरीदने पर वह एक से डेढ़ फीसदी कमीशन लेता है। कुछ एजेंट घर बेचने वाले से भी कमीशन लेते हैं। यह आमतौर पर 1 फीसदी होता है। घर बेचने वाला अंतत: यह लागत खरीदार से ही वसूलता है। ऐसे में खरीदार को 2.5 से 3 फीसदी का डायरेक्ट और इनडायरेक्ट कमीशन देना पड़ जाता है। अगर डिवेलपर और बायर के बीच कोई एजेंट नहीं होगा तो यह कमीशन बच जाएगा। ऐसे में कोशिश करें कि घर सीधे डिवलेपर या सेलर्स से खरीदें।
5. प्रॉपर्टी की उम्र
आप जिस प्रॉपर्टी को खरीदने जा रहे हैं, उसकी सही उम्र का मालूम करना बहुत जरूरी है। आज के समय में किसी भी प्रॉपर्टी के लिए उसकी अधिकतम उम्र 70 से 80 साल मानी जाती है। ध्यान रहें कि आपकी प्रॉपर्टी जितनी ज्यादा पुरानी होगी, नई प्रॉपर्टी की तुलना में उसकी कीमत उतनी ही कम हो जाएगी। प्रॉपर्टी की सही उम्र जानने के लिए आप उस एरिया के लोकल लोगों और प्रॉपर्टी डीलर से बातचीत कर सकते हैं। इसके अलावा आप स्ट्रक्चरल इंजीनियर की मदद भी ले सकते हैं।
6. आरडब्लूए
रियल एस्टेट के जानकार बताते हैं कि आज के समय में रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन (RWA) काफी अहम होता जा रहा है। किसी भी शहर में शिफ्ट होने वाले नए लोगों के लिए सुरक्षा एक बहुत बड़ा मुद्दा होता है। आमतौर पर आरडब्लूए किसी सोसाइटी की सुरक्षा की जिम्मेदारी लेते हैं और अपनी तरफ से सुरक्षा भी मुहैया कराते हैं। इसके साथ ही, कई जगहों पर आरडब्लूए बिजली और प्लंबिंग जैसे कामों के लिए भी जिम्मेदारी लेते हैं।
