अमृतसर: पंजाब के अमृतसर में वॉट्सऐप न्यूड वीडियो कॉल की स्क्रीन रिकार्डिंग कर ब्लैकमेल करने का मामला सामने आया है। आरोपी गैंग ने ब्लैकमेल करने के बाद वॉट्सऐप पर अपनी UPI आईडी भी शेयर की और पैसे मांगे। अमृतसर पुलिस के साइबर क्राइम सैल ने पीड़ित की शिकायत के बाद मामला की जांच शुरू कर दी है।पीड़ित ने मामले की शिकायत अमृतसर के मजीठा रोड थाने में दर्ज करवाई है। पीड़ित मजीठा रोड स्थित स्वामी विवेकानंद नशा छुड़ाओ केंद्र में कार्य करता है। पीड़ित ने जानकारी दी कि उन्हें पहली वॉट्सऐप वीडियो कॉल 19 अगस्त को आयी थीद्ध वह अस्पताल में ही थे। उन्होंने वीडियो कॉल (VC) उठाई तो सामने से एक महिला नग्न-अवस्था में उससे बात करने लगी। बात-बात में उसने उन्हें भी कपड़े उतारने के लिए कहा। लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया और वीडियो कॉल को कट कर दिया और नंबर भी ब्लॉक कर दिया। इसके बाद से उन्हें ब्लैकमेल करने का काम शुरू हो गया।वीडियो वायरल करने के मांगे गए 20 हजार रुपएपीड़ित ने पुलिस को बताया कि 19 अगस्त को ही उन्हें दोबारा किसी अन्य नंबर से वीडियो कॉल आ गई। सामने से एक लड़की ने उन्हें धमकाना शुरू कर दिया। आरोपी महिला ने कहा कि उसके पास उनकी नग्न वीडियो है, वे उसे पूरे देश में वायरल कर देगी। अगर वह इससे बचना चाहता है तो 20 हजार रुपए दिए जाएं। लेकिन उन्होंने कॉल काट, उस नंबर को भी ब्लॉक कर दिया।25 अगस्त को दोबारा आई VCपीड़ित ने बताया कि 25 अगस्त को उन्हें दोबारा से एक वीडियो कॉल रिसीव हुई। सामने से फिर महिला ने उन्हें धमकाना शुरू कर दिया। उन्होंने वीडियो वायरल करने की धमकी देते हुए पीड़ित से 7,150 रुपए की मांग की। इतना ही नहीं, आरोपियों ने अपनी UPI आईडी भी शेयर की, जिस पर पैसे डाले जाएं।पुलिस ने मामले की जांच की शुरूशिकायत मिलने के बाद मजीठा रोड थाने की पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी। पंजाब पुलिस का साइबर सैल विभाग कॉल किए जाने वाले नंबरों की जांच में जुट गया है। इतना ही नहीं, जो UPI आईडी आरोपियों ने दी है, उसकी भी जांच शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही वह UPI और वीडियो कॉल नंबरों के आधार पर आरोपियों तक पहुंच जाएंगे।

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