पानीपत में तेज रफ्तार का कहर: कार ने हिसार के डाक कांवड़ियों को मारी टक्कर, चाचा-भतीजा की मौत – High Speed Havoc In Panipat: Car Collided With Dak Kanwaris Of Hisar, Uncle-nephew Died

मृतक
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
हरिद्वार से डाक कांवड़ लेकर लौट रहे हिसार के चाचा भतीजा की मुज्जफरनगर नगर में टोल टैक्स के पास हुए हादसे में मौत हो गई। परिजनों के अनुसार गलत दिशा में आ रही तेज रफ्तार कार ने उन्हें टक्कर मार दी। हादसे घायल दोनों चाचा भतीजा को पास के सामान्य अस्पताल पहुंचाया,जहां पर डॉक्टर ने चाचा को मृत घोषित कर दिया और भतीजे को पानीपत रेफर कर दिया, पानीपत पहुंचने तक उसकी भी मौत हो गयी । पानीपत में डॉक्टर ने भतीजे को मृत घोषित कर दिया।
मुज्जफरनगर की पुलिस कर रही कार्रवाई, कार को हिरासत में लिया चालक फरार
हिसार के गांव पुठी समन के दीवान पान्ना निवासी प्रवीण ने बताया कि वह 10 जुलाई को गांव से 35 से 40 युवाओं का ग्रुप हरिद्वार डाक कांवड़ लेने गए थे। जिनमें अजमेर(37 पुत्र कर्ण भी शामिल था। 12 जुलाई को गांव से अजमेर का भतीजा संजय(27) पुत्र शमशेर भी हरिद्वार आ गया था। उन्होंने 14 जुलाई की सुबह 10 बजे गंगाजल जल उठाया था और हिसार के लिए निकल पड़े थे। अजमेर ओर संजय एक ही बाइक पर थे। संजय बाइक चला रहा था। जब वह मुज्जफरनगर टोल टैक्स के पास पहुंचे तो सामने से गलत दिशा में का रही तेज रफ्तार कार ने उन्हें टक्कर मार दी। जिससे वह नीचे गिरे और गंभीर रूप से घायल हो गए।
चाचा का मुज्जफरनगर और भतीजे का पानीपत हो रहा पोस्टमार्टम
हादसे घायल दोनों चाचा भतीजा को मुज्जफरनगर के सामान्य अस्पताल पहुंचाया था, जहां पर डॉक्टर ने चाचा अजेमर को मृत घोषित कर दिया और भतीजे को पानीपत रेफर कर दिया था। पानीपत पहुंचने तक उसकी भी मौत हो गयी। पानीपत में डॉक्टर ने भतीजे संजय को मृत घोषित कर दिया। अब चाचा का मुज्जफरनगर और भतीजे का पानीपत में पोस्टमार्टम हो रहा है।
संजय का छोटा भाई रेलवे पुलिस में तैनात
मृतक संजय के पिता शमशेर ने बताया कि उसके तीन बच्चे हैं, जिनमें दो बेटे और एक बेटी है। बड़ी बेटी शादीशुदा है, जबकि दोनों बेटे अविवाहित हैं। जिनमें संजय दूसरे नंबर पर था, वह खेती बाड़ी करता था। सबसे छोटा बेटा सन्नी रेलवे पुलिस अलीगढ़ में तैनात है। वह भी कांवड़ में शामिल था,लेकिन वह बच गया।
12 साल से लगातार ला रहे थे कांवड़
परिजनों के अनुसार अजमेर और संजय पिछले 12-15 साल से लगातार डाक कांवड़ ला रहे थे।अजमेर छह भाई और दो बहनों में सबसे छोटा था । वह अविवाहित था और ड्राइवरी करता था।
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