अशोकनगर: समाज में बेटियां भी बेटों से कम नहीं है। इसका ताजा उदाहरण अशोकनगर से सामने आया है। जहां बेटा ना होने पर दो बेटियों ने बेटा होने का पूरा फर्ज निभाया। जिससे यह कहा जा सकता है कि अब बेटा होना आवश्यक नहीं है। बेटी भी बेटों से कम नहीं होती है।अशोकनगर में 53 साल के व्यक्ति की बीमारी के चलते मौत हो गई थी। मृतक की 2 बेटी थी। बेटा ना होने की वजह से बेटियों ने बेटे का फर्ज निभाया और पिता की अंतिम यात्रा में शव को कांधा दिया। मुक्तिधाम में जाकर मुखाग्नि देकर पिता को अंतिम विदाई दी। जिसका एक वीडियो भी सामने आया है।कृषि उपज मंडी रोड पर रहने वाले 53 साल के राजीव जैन किडनी पेशेंट थे। पत्नी के साथ डायलिसिस कराने के लिए ट्रेन से भोपाल गए थे। 2 दिन पहले वापस भोपाल जोधपुर ट्रेन से लोटकर अशोकनगर आ रहे थे। इसी दौरान रास्ते में ब्रेन हेमरेज हो गया, जिसके बाद तबीयत बिगड़ गई। परिवार के लोगों ने अशोकनगर जिला अस्पताल में उन्हें भर्ती कराया। जहां बुधवार दोपहर को उन्होंने दम तोड़ दिया। मृतक के परिवार में पत्नी और दो बेटी हैं। बेटा न होने की वजह से बेटियां ही पिता को शमशान लेकर गईं। बेटी रीना जैन और मेघा जैन ने पूरे रीति-रिवाज के साथ मुखाग्नि देकर दाह संस्कार किया।

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