प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को युग्म सम्मेलन में शामिल हुए। युग्म का अर्थ संस्कृत में संगम है। ये अपनी तरह का पहला नीतिगत सम्मेलन है जिसमें सरकार, शैक्षणिक क्षेत्र, उद्योग जगत और नवाचार पारिस्थितिकी तंत्र से संबंधित दिग्गज शामिल हुए। इस सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य भारत के इनोवेशन ईकोसिस्टम में बड़े लेवल पर प्राइवेट इंवेस्टमेंट को बढ़ावा देना है। वाधवानी फाउंडेशन और सरकार के प्रतिष्ठानों के संयुक्त निवेश से लगभग 1400 करोड़ रुपये की सहयोगी परियोजना द्वारा संचालित ये आयोजन भारत की नवाचार यात्रा में उल्लेखनीय भूमिका निभाएगा।
शिक्षा प्रणाली को आधुनिक बनाने की दिशा में काम कर रही है सरकार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि देश के भविष्य के लिए युवाओं को तैयार करने में शिक्षा प्रणाली एक अहम भूमिका निभाती है और सरकार इसे आधुनिक बनाने की दिशा में काम कर रही है। प्रधानमंत्री मोदी ने ‘युग्म’ सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि उनकी सरकार का लक्ष्य ‘एआई को भारत के लिए कारगर’ (मेक एआई वर्क फॉर इंडिया) बनाना है। उन्होंने कहा कि किसी भी देश का भविष्य उसकी युवा पीढ़ी पर निर्भर होता है, इसलिए ये जरूरी है कि हम अपने युवाओं के भविष्य के लिए और उन्हें भारत के उज्ज्वल भविष्य के लिए तैयार करें।
R&D पर सकल व्यय 1.25 लाख करोड़ रुपये तक बढ़ा
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इसमें देश की शिक्षा प्रणाली की भी बड़ी भूमिका होती है, इसलिए हम देश की शिक्षा प्रणाली को 21वीं सदी की जरूरतों के मुताबिक आधुनिक बना रहे हैं। मोदी ने आगे कहा कि अनुसंधान और विकास (R&D) पर 2013-14 में सकल व्यय केवल 60,000 करोड़ रुपये था, जिसे अब 1.25 लाख करोड़ रुपये तक बढ़ा दिया गया है। उन्होंने कहा, ‘‘हमने विकसित भारत के लक्ष्य के लिए अगले 25 सालों की समयसीमा तय की है। हमारे पास समय सीमित है और लक्ष्य बड़े हैं। इसलिए जरुरी है कि हमारे आइडिया की ‘प्रोटोटाइप’ से ‘प्रोडक्ट’ तक की यात्रा भी कम से कम समय में पूरी हो।’’
यूनिवर्सिटी कैंपस में सफल इनोवेशन कर रही है युवाशक्ति
पीएम मोदी ने कहा सम्मेलन को संबोधित करते हुए आगे कहा कि भारत की यूनिवर्सिटी कैंपस ऐसे सेंटर बनकर उभर रहे हैं जहां युवाशक्ति सफल इनोवेशन कर रही है। उन्होंने सम्मेलन में कहा, ‘‘आज यहां सरकार, शिक्षा, विज्ञान और अनुसंधान से जुड़े अलग-अलग सेक्टर के लोग इतनी बड़ी संख्या में उपस्थित हैं। इस एकजुटता को ही ‘युग्म’ कहते हैं। एक ऐसा युग्म जिसमें विकसित भारत की भविष्य की तकनीक से जुड़े हितधारक एक साथ जुड़े हैं, एक साथ जुटे हैं।’’

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