अमृतसर: एनकाउंटर साइट पर जांच टीमें सबूत इकट्ठे करने पहुंची।पंजाब के अमृतसर में तीन दिन पहले हुए एनकाउंटर के बाद फॉरेंसिक विभाग और पंजाब पुलिस की टीमें लगातार उलझी गुत्थियों को सुलझाने में जुटी हैं। इनमें सबसे बड़ा सवाल लोकल गैंगस्टर जगरूप सिंह रूपा और मनप्रीत सिंह मन्नू का लोकल कनेक्शन है।पुलिस की फॉरेंसिक विभाग की टीमें रूपा और मन्नू से मिले टूटे मोबाइल पर आश्रित हो गई हैं। पुलिस के रडार पर खाली घर का मालिक बलविंदर सिंह दोधी है, लेकिन बलविंदर लगातार इससे इंकार कर रहा है, जबकि पूरे गांव को भी पता था कि यह घर खाली है।ऐसे में बिना सबूत के बलविंदर व अन्य किसी गांव वाले पर शक करना पुलिस के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकता है। क्राइम सीन से अधिक अब पुलिस का फोकस मोबाइल पर केंद्रित है। फॉरेंसिक विभाग की टीमें लगातार मोबाइल को रिपेयर करने और उसमें छिपा डाटा रिकवर करने की कोशिश में जुट चुकी हैं।मोबाइल बनेगा अहम सबूतपुलिस के लिए यह मोबाइल सिर्फ लोकल कनेक्शन ही नहीं, बल्कि सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में भी अहम सबूत बन सकता है। मोबाइल से स्पष्ट हो सकता है कि सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद गुनाहगारों को कौन-कौन पनाह दे रहा है।खेमकरण में नहीं मिली जगह तो आए थे अमृतसरजांच में एक बात स्पष्ट हुई है कि गैंगस्टर अमृतसर में गांव भकना की एनकाउंटर साइट पर नहीं आना चाहते थे। वे खेमकरण में एक घर में छिपने की प्लानिंग में थे। वह घर एक स्मगलर का है, लेकिन स्मगलर जेल में होने के कारण यह ऐसा संभव नहीं हो पाया।इसके बाद उन्हें एक कार भकना गांव के बाहर तक छोड़ने आई थी। वहीं एक चश्मदीद गवाह पुलिस को बता चुका है कि एक महिंद्रा थार और करोला कार दोनों मृत गैंगस्टरों को अमृतसर में गांव भकना के बाहर तक छोड़ने आई थी।

Comments are closed.