शिवपुरी: हम वही सरकारी नुमाइंदे रहे हैं जिन्होंने सरकार की हर योजना को अमल में लाने का काम बेहतर ढंग से किया है। और तो और सरकार ने देश के लिए किए गए काम के लिए समय-समय पर हमारी सराहना भी की है। लेकिन सेवानिवृत्ति हो जाने के बाद सरकार का हम पेंशनर से मोह भंग हो गया। और हमारी मांगों को वह अनसुना कर रही है। हम सब को यह बर्दाश्त नहीं है, यदि हमारी 10 सूत्रीय मांगे नहीं मानी गई तो फिर हमें मजबूरन धरना प्रदर्शन और आंदोलन करने बाध्य जो होना पड़ेगा।यह बात पेंशनर्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों सदस्यों ने कलेक्ट्रेट पर अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कही।पेंशनर्स एसोसिएशन के प्रमुख अशोक श्रीवास्तव ने कहा कि सभी पेंशनर्स को 65 वर्ष की आयु पर 5 फ़ीसदी,70 वर्ष की आयु पूर्ण होने पर 10 फ़ीसदी, 75 वर्ष की आयु पूर्ण होने पर 15 फीसदी और 80 वर्ष की आयु पूर्ण होने पर 20 फीसदी पेंशन बढ़ोतरी की जाए। आखिर बुजुर्ग पेंशनर्स ने सरकार का क्या बिगाड़ा है जो उन्हें परेशान किया जा रहा है।पेंशनर्स एसोसिएशन ने 10 सूत्रीय मांगों बताईप्रदेश के सभी कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन योजना लागू हो।केंद्र सरकार की भांति पेंशनर्स को प्रदेश मे 38% महंगाई भत्ता प्रदान किया जाए।सातवें वेतनमान का 27 महीने का एरियर प्रदान करे।सभी पेंशनर्स को आयुष्मान योजना, स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ मिले। -धारा 49 को समाप्त करे।उच्चतम न्यायालय के आदेशानुसार 80 वर्ष के स्थान पर 79 वर्ष पूर्ण होने पर 20 फीसदी पेंशन बढ़ोतरी का लाभ दें।केंद्रीय कर्मचारियों की भांति 1000 रुपए मेडिकल भत्ता, कर्मचारियों की भर्ती के बाद पेंशनर की मृत्यु पर 50000 रुपए मृत्यु उपादान राशि प्रदान की जाए।छठवें वेतनमान का 32 माह का एरियर प्रदान किया जाए।”मध्यप्रदेश राज्य पेंशनर्स एसोसिएशन के प्रांतीय अध्यक्ष ओमप्रकाश बुधौलिया के आव्हान पर संगठन की जिला शाखा शिवपुरी द्वारा पेंशनर्स की लंबित 10 सूत्रीय मांगों को शासन से मनवाने की दृष्टि से ज्ञापन सौंपा।”-अशोक सक्सेना, प्रमुख पेंशनर्स एसोसिएशन शिवपुरी

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