प्रांतीय सम्मेलन के बहाने दिखाई एकजुटता; बोले-लंबित मांगों को लेकर जाएंगे शासन के पास, फिर बनेगी रणनीति
बिलासपुर: प्रांतीय सम्मेलन में जुटे प्रदेश भर के पटवारी।प्रदेश भर के कर्मचारियों के आंदोलन के बाद अब छत्तीसगढ़ पटवारी संघ में भी आंदोलन की सुगबुगाहट शुरू हो गई है। संघ के स्थापना दिवस और प्रांतीय सम्मेलन के बहाने पटवारी संघ के पदाधिकारियों ने बिलासपुर में एकजुटता दिखाई। उन्होंने अपनी लंबित मांगों को लेकर चर्चा की। साथ ही तय किया गया कि अपनी विभिन्न मांगों को लेकर पहले शासन के पास जाएंगे। समुचित जवाब नहीं मिलने पर आंदोलन की दिशा में रणनीति बनाई जाएगी।नर्मदा नगर स्थित सामुदायिक भवन में आयोजित इस सम्मेलन में प्रदेश भर के पटवारी शामिल हुए। इसमें पदाधिकारियों ने कहा कि राजस्व पटवारी संघ की स्थापना छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद किया गया था। संघ बनाने का उद्देश्य सभी पटवारियों को एक मंच पर लाना और समस्याओं को लेकर सामूहिक रूप से चर्चा करना रहा है। इसमें संघ ने कामयाबी भी हासिल की और संघ के माध्यम से पटवारी हित में निर्णय लेने के लिए शासन को बाध्य किया गया। सम्मेलन में संघ के नवनियुक्त पदाधिकारियों का शपथ ग्रहण कराया गया। इसके साथ ही पदाधिकारियों ने पटवारी सदस्यों के हित में सामूहिक प्रयास करने का संकल्प लिया।संघ के पदाधिकारियों का किया गया स्वागत।इन मांगों को लेकर हुई चर्चा, आंदोलन को लेकर बनाएंगे रणनीतिपटवारी संघ के प्रांताध्यक्ष भागवत कश्यप, जिलाध्यक्ष देव कश्यप, पराग महिलांगे ने बताया कि सम्मेलन में वरिष्ठता के आधार पर प्रमोशन देने एवं सीधी भर्ती बंद करने, नायब तहसीलदार के लिए विभागीय परीक्षा, भुइंया की समस्या एवं संधारण, पटवारियों को समयमान वेतनमान देने, पटवारी भर्ती ट्रेनिंग के समय से वेतन भत्ते देने सहित अन्य मांगों पर चर्चा की गई और यह निर्णय लिया गया कि पहले संघ के प्रतिनिधिमंडल अपनी मांगों को लेकर राज्य शासन के पास जाएंगे। शासन स्तर पर समस्याओं का समाधान नहीं होने पर आंदोलन की रणनीति बनाई जाएगी।

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