फरीदाबाद। हरियाणा के फरीदाबाद में 200 से ज्यादा मेडल जीतने वाले 16 वर्षीय स्टेट लेवल के खिलाड़ी प्रियांशु की सेक्टर-12 एचएसवीपी कंवेंसन सेंटर के पास चाकूओं से गोदकर निर्मम हत्या कर दी गई। वह स्टेडियम से प्रैक्टिस कर साइकिल पर अपने घर लौट रहा था। पिता की शिकायत पर पुलिस ने अज्ञात हत्यारों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।परिजनों के मुताबिक, वह 3 हजार मीटर रेस की प्रैक्टिस करता था। साई में दाखिले के लिए परीक्षा भी दे चुका था। 3 भाइयों में प्रियांशु दूसरे नंबर का था। इनके पिता जीतेंद्र ऑटो चलाते हैं। मूलरूप से बिहार के वैशाली निवासी जितेंद्र करीब 30 साल से यहां सेक्टर-23 स्थित संजय कॉलोनी में परिवार के साथ रहते हैं। घटना के बाद से परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है।प्रियांशु के जीते हुए मेडल दिखाते पिता।एथलीट के साथ ऐसी हुई वारदातसंजय कॉलोनी निवासी प्रियांशु (16) नंगला सरकारी स्कूल में 12वीं क्लास का छात्र था। इसके साथ ही वह नियमित रूप से 3000 मीटर तक की रेस भी लगाता है। जिले के अच्छे एथलीट में उसकी गिनती होती थी। वह रोजाना अपने घर से सेक्टर-12 खेल परिसर में दौड़ की प्रैक्टिस करने आता जाता था। मंगलवार रात करीब 7 बजे वह प्रैक्टिस करके साइकिल से घर लौट रहा था।प्रियांशु की मौत के बाद बिलखती मां।सेक्टर-12 पार्श्वनाथ मॉल के पास एक साइकिल सवार ने उसे टक्कर मारकर गिरा दिया। प्रियांशु जब तक कुछ समझ पाता साइकिल सवार युवक ने उस पर ताबड़तोड़ चाकूओं से हमला कर दिया। प्रियांशु को करीब पांच चाकू मारे, जिसमें से दो चाकू छाती व पेट में लगा। दो हाथ में एक पीठ में मारे। इसके बाद वह अचेत होकर गिर पड़ा। हमलावर मौके पर साइकिल छोड़कर फरार हो गया। राहगीरों ने पुलिस को सूचना दी। सूचना पर सेंट्रल थाना पुलिस मौके पर पहुंची और प्रियांशु को तुरंत बीके अस्पताल में भर्ती कराया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।ओलिंपिक में गोल्ड मेडल लाना था सपनामृतक एथलीट के पिता जितेंद्र ने बताया कि 3 भाईयों में प्रियांशु दूसरे नंबर का था। वह पढ़ाई के साथ साथ रेसलिंग में भी अव्वल था। 16 साल की उम्र तक जिला स्तर के लेकर कई स्टेट लेवल में 200 से अधिक मेडल जीत चुका था। उसका सपना साल-2024 में ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर देश के लिए गोल्ड मेडल लाना था। पिछले दिनों उसने साईं में दाखिले के लिए टेस्ट भी दे चुका था। जल्द ही उसका रिजल्ट भी आने वाला है। लेकिन शायद ईश्वर को यह मंजूर नहीं था।मौके से बरामद की गई साइकिल।रोजाना 6 घंटे करता था प्रैक्टिसप्रियांशु के पिता जितेंद्र ने बताया कि वह सुबह पांच बजे से 8 बजे तक और शाम को 4 बजे से करीब 7 बजे तक सेक्टर-12 स्थित खेल परिसर में दौड़ लगाता था। प्रियांशु का बड़ा भाई सौरभ दिल्ली विश्वविद्यालय में बीएससी कर रहा है। 20-21 अगस्त को रोहतक में खेल दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित अंडर-16 राज्यस्तरीय एथलीट प्रतियोगता में प्रदेश भर में चौथा स्थान प्राप्त किया था।मौके से मिली साइकिल, हत्यारोपी की तलाशपुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि सूचना पर थाना सेन्ट्रल प्रबंधक, क्राइम ब्रांच डीएलएफ, 30 एवं 65, फॉरेंसिक साइंस की टीम और एसीपी क्राइम, एसीपी सेंट्रल मौके पर पहुंचे और घटनास्थल का निरीक्षण किया। पुलिस टीम ने साक्ष्य एकत्रित किए। उन्होंने बताया कि आस पास के एरिया में सीसीटीवी कैमरे चेक किए जा रहे है। घटना स्थल पर आरोपी की हीरो साइकिल मिली है। जिस पर पेंट से 472 नम्बर लिखा हुआ है। आस पास के सभी साईकिल स्टैंडों और कंपनियों के पार्किंग स्थल चेक कर साईकिल के सम्बंध में पूछताछ की जा रही है। आरोपी को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।

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