पानीपत: हरियाणा के पानीपत जिले के सेक्टर-7 में स्थित विनायक फैक्ट्री में 10 किलोग्राम रुई से भरे बोरे के नीचे दब जाने से डेढ साल के बच्चे की मौत हो गई है। बच्चे का पिता फैक्ट्री में काम कर रहा था, मृतक अपने दो बड़े भाइयों के साथ बाहर खेल रहा था।कुछ देर बाद उसके दोनों भाई घर चले गए, लेकिन वह वहीं खेलता रहा। काम खत्म होने के बाद उसका पिता भी घर चला गया, लेकिन डेढ़ साल का मासूम घर नहीं पहुंचा। इधर-उधर पूछताछ की तो उसका कोई सुराग नहीं लगा। फैक्ट्री में लगे सीसीटीवी कैमरों को दिखा गया।कैमरों में वह 10 किलो की रूई के बोरे के पास खेलता दिखा। वहां जाकर देखा तो बोरे के आस-पास तलाशा। एक साथी ने बोरे को धक्का देकर धकेल दिया तो बच्चा उसके नीचे दबा मिला। पिता के फैक्ट्री से घर जाने का समय 5 घंटे रहा। डॉक्टरों ने बच्चों को मृत घोषित कर दिया।तीनों भाई पिता के साथ गए थे फैक्ट्रीमृतक के पिता प्रमोद ने बताया कि वह झारखंड के गौंडा जिले का रहने वाला है। उसके तीन बेटे हैं, जिनमें से बड़ा बेटा राजवीर, बीच वाला राजा और सबसे छोटा काशी है। हादसे के समय वह फैक्ट्री में काम कर रहा था और उसकी पत्नी रूबी घर पर थी।प्रमोद ने बताया कि उसके तीनों बेटे उसके साथ फैक्ट्री में आए थे। उसने छोटे बेटे काशी को कुर्सी पर बैठा दिया था और वह काम करने फैक्ट्री में चला गया, जिसके बाद वह भी कुर्सी से उतरकर अपने दोनों बड़े भाइयों के साथ खेलने लगा। कुछ देर बाद काशी के भाई अपनी मां के पास घर चले गए।काशी फैक्ट्री में खेलता रहा। कुछ देर बाद मां ने पूछा कि काशी कहां है तो आस-पास पूछताछ की, लेकिन कुछ पता नहीं लगा। फैक्ट्री के सीसीटीवी देखे गए तो वह रूई के बोरे के पास खेलता दिखाई दिया। वहां पहुंच कर देखा तो काशी बोरे के नीचे मृत दबा मिला।पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंपा दिया।

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