बिलासपुर: युवक को बचाने के चक्कर में मछुआरे की चली गई जान।बिलासपुर में अरपा नदी के तेज बहाव में आकर युवक बह गया। उसे बचाने के लिए तलाश में नदी में कूदने वाला मछुआरा भी बह गया। दोपहर में SDRF की टीम ने मछुआरे के शव को नदी से निकाल लिया है। जबकि युवक का अब तक पता नहीं चल सका है। मछुआरा हमेशा पानी में डूबने वाले दूसरे की मदद करता था। लेकिन, इस बार वह खुद अपने आप को नहीं बचा सका। यह घटना सरकंडा थाना क्षेत्र की है।जानकारी के अनुसार, सिटी कोतवाली क्षेत्र के पचरी घाट में रहने वाला युवक मोनू बुनकर (21) मंगलवार की रात करीब 8 बजे शनिचरी बाजार तरफ गया था। इस दौरान वह रपटा से नदी में गिर कर बह गया। आसपास के लोगों ने उसे गिरते देखकर पुलिस को इस घटना की जानकारी दी। पुलिस और SDRF की टीम देर रात तक युवक की तलाश कर रही थी। लेकिन, उसका कुछ पता नहीं चला।युवक और मछुआरे की तलाश में जुटी रही पुलिस।जूना बिलासपुर के पचरी घाट निवासी दौलत केवट (45) मछली पकड़ने का काम करता था। बुधवार की सुबह जब उसे पता चला कि मोहल्ले का युवक नदी में बह गया है, तब वह सुबह करीब 9 बजे उसकी तलाश करने के लिए नदी में कूद गया। अरपा का जलस्तर बढ़ा हुआ है। लिहाजा, नदी में कूदने के बाद दौलत आसपास तैर कर उसकी तलाश करता रहा। फिर अचानक वह भी गायब हो गया। इधर, SDRF की टीम युवक की तलाश करने के लिए पहुंची, तब दौलत के बहने की जानकारी मिलते ही दोनों की तलाश में जुट गई।SDRF की टीम ने तलाशी के दौरान मछुआरे दौलत की लाश को दोपहर बाद निकाल लिया है। पुलिस ने शव को निकालने के बाद पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। वहीं, SDRF की टीम मोनू बुनकर की दो किमी के दायरे में तलाश कर रही है। लेकिन, अब तक उसका पता नहीं चल सका है।नाव की मदद से युवक की तलाश करते रहे SDRF के जवान।हमेशा दूसरों को बचाता था दौलतपुलिस ने बताया कि दौलत मछली पकड़ने का काम करता था। उसे तैरना भी आता था। वह हमेशा नदी में डूबने वालों को बचाता रहा है। कई बार वह डूबते हुए बच्चों को बाहर निकालता था। बुधवार को उसे पता चला कि मोहल्ले का युवक बह गया है, तब वह उसकी तलाश में नदी में कूद गया। लेकिन, इस बार वह खुद अपने आप को नहीं बचा पाया।मछुआरे का शव मिलने के बाद जांच करती पुलिस।परिजनों का रो-रो कर बुरा हालइधर, मोनू के परिजन मंगलवार की रात से परेशान हैं और रो-रोकर उनका बुरा हाल है। परिजन बुधवार की सुबह से अरपा नदी के शनिचरी रपटा से लेकर छटघाट एनीकट तक मोनू की तलाश करते रहे। लेकिन, उसका कुछ पता नहीं चल सका है।

Comments are closed.