
लॉकी फर्ग्यूसन
पंजाब किंग्स की टीम इस साल के आईपीएल में अच्छा खेल दिखा रही है। टीम की कप्तानी इस बार श्रेयस अय्यर के हाथों में है। टीम अभी अंक तालिका में नंबर छह पर है, हालांकि इसके बाद भी इसे टॉप 4 का दावेदार माना जा रहा है। लेकिन इस बीच टीम को एक बड़ा झटका लगता हुआ नजर आ रहा है। दरअसल लॉकी फर्ग्यूसन पूरे टूर्नामेंट से बाहर होने की कगार पर पहुंच चुके हैं। वे टीम के एक दिग्गज गेंदबाज हैं और उनका बाहर होना टीम के लिए मुश्किलें पैदा कर सकता है।
लॉकी फर्ग्यूसन की वापसी होना मुश्किल
लॉकी फर्ग्यूसन जल्द आईपीएल में वापसी करते हुए नजर नहीं आ रहे हैं। हो सकता है कि वे पूरा का पूरा आईपीएल मिस करें। पंजाब किंग्स के गेंदबाजी कोच जेम्स होप्स ने कहा है कि फिलहाल तो फर्ग्यूसन बाहर हैं। साथ ही टेंशन की बात ये है कि टूर्नामेंट के आखिर तक वे वापस आ पाएंगे कि नहीं, इसको लेकर भी पक्के तौर पर कुछ नहीं कहा जा सकता। पंजाब किंग्स और सनराइजर्स हैदराबाद के बीच खेले गए पिछले ही मैच के दौरान वे चोटिल हो गए थे और बीच मैच में मैदान छोड़कर वापस लौट गए थे। उन्होंने केवल दो ही गेंदें डाल पाई थीं। हालांकि अभी तक ये पता नहीं चल पाया है कि उन्हें किस तरह की चोट लगी है। पंजाब किंग्स ने दो करोड़ रुपये की रकम खर्च कर उन्हें अपने पाले में किया था। लेकिन अब आगे उनका खेलना संदिग्ध है।
हर मैच में विकेट लेने में कामयाब रहे थे लॉकी फर्ग्यूसन
लॉकी फर्ग्यूसन ने इस साल के आईपीएल के अपने पहले मैच में एलएसजी के खिलाफ 26 रन देकर एक विकेट हासिल किया था। इसके बाद राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ उन्होंने 37 रन देकर दो विकेट चटकाए थे। सीएसके के खिलाफ भी उन्होंने 2 विकेट लिए। लेकिन उसके बाद एसआरएच के खिलाफ उन्होंने दो ही बॉल डाल पाई और उसमें एक रन खर्च किया। यानी अगर आखिरी मैच को छोड़ दिया जाए तो बाकी सभी मैचों में वे कम से कम एक विकेट लेने में कामयाब रहे हैं।
पंजाब किंग्स के पास ये हैं विकल्प
हालांकि टीम को उनके जाने से कितना नुकसान होगा, ये तो देखना होगा, लेकिन पंजाब किंग्स के पास बहुत सारे विकल्प मौजूद हैं। जेवियर बार्टलेट, अजमतुल्लाह उमरजई, विजयकुमार व्यशाक, यश ठाकुर भी इस टीम के पास मौजूद हैं, लेकिन क्या वे लॉकी फर्ग्यूसन की कमी को पूरा कर पाएंगे, ये देखना दिलचस्प होगा। लॉकी फर्ग्यूसन अक्सर चोटिल होते रहे हैं। चोट के कारण ही वे अपनी टीम न्यूजीलैंड के लिए चैंपियंस ट्रॉफी भी नहीं खेल पाए थे।
