चंडीगढ़: कांग्रेस की स्टीयरिंग कमेटी में जगह नहीं मिलने पर पूर्व CM भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने सफाई दी है। पूर्व सीएम ने कहा है कि दूसरे राज्यों के विधायक दल नेताओं को भी कमेटी में जगह नहीं दी गई है। प्रदेश अध्यक्षों को भी बाहर रखा गया है। यह पार्टी की पॉलिसी का हिस्सा है। अशोक गहलोत भी कमेटी में शामिल नहीं हैं।खड़गे के प्रस्तावक बने थे पिता-पुत्रभूपेंद्र सिंह हुड्डा उनके बेटे दीपेंद्र हुड्डा और विनीत पूनिया कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के प्रस्तावकों में शामिल थे। इसके बाद भी हरियाणा से सिर्फ कमेटी उनके धुर विरोधी पार्टी नेता कुमारी सैलजा और रणदीप सुरजेवाला को शामिल किया गया है। इसके बाद हरियाणा कांग्रेस में काफी चर्चाएं हो रही थीं।कांग्रेस के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पार्टी के फैसलों के लिए हाईपावर स्टीयरिंग कमेटी बनाई। जिसमें भूपेंद्र हुड्डा को शामिल न किए जाने पर कई तरह की चर्चाएं हो रही हैं।विवेक बंसल नहीं हैं प्रभारीयह दावा पूर्व CM भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने किया है। उन्होंने कहा है कि बंसल को स्टीयरिंग कमेटी में जगह नहीं मिली इसलिए अब प्रदेश प्रभारी भी नहीं हैं। अब नए प्रभारी को लेकर जो भी फैसला केंद्रीय नेतृत्व करेगा उसे स्वीकार किया जाएगा। बंसल काफी दिनों से प्रदेश में हाशिए पर चल रहे थे।हुड्डा ने दावा किया है कि अब विवेक बंसल हरियाणा कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी नहीं हैं।आदमपुर में दिखी गुटबाजीहरियाणा कांग्रेस में इन दिनों चार गुट एक्टिव हैं। पहला गुट पूर्व CM भूपेंद्र सिंह हुड्डा, दूसरा शैलजा गुट, तीसरा किरण चौधरी और चौथा रणदीप सुरजेवाला गुट है। हालांकि पार्टी यह दावा करती रहती है कि ऐसा कुछ नहीं हैं, लेकिन इसकी बानगी आमदपुर उपचुनाव में दिख गई। हुड्डा के अलावा तीनों गुटों के नेताओं ने इस चुनाव से दूरी बनाए रखी।2024 के चेहरे पर संशयसूबे में पार्टी में गुटबाजी को देखते हुए 2024 में होने वाले विधानसभा चुनाव के चेहरे को लेकर भी संशय बना हुआ है। हालांकि पूर्व सीएम का इस मुद्दे पर कहना है कि यह केंद्रीय नेतृत्व फैसला करेगा। आलाकमान जिसे भी चेहरा बनाएगी वह उन्हें स्वीकार होगा।

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