चंडीगढ़: शिअद प्रधान सुखबीर बादल।शिरोमणि अकाली दल (बादल) में लीडरशिप को लेकर मचा घमासान थम नहीं रहा है। अब सीनियर अकाली नेता इकबाल झूंदा ने पार्टी को तेवर दिखाए हैं। उन्होंने कहा कि हमने उन हाथों में अकाली दल दे दिया, जिनका सेवा, पंथ और पंजाब से कोई वास्ता नहीं था। उन्होंने ठग, चोरों और लुटेरों की टीमें भर्ती कर ली। जिस वजह से अकाली दल की यह हालत हुई है।हमें लोगों की पसंद वाले चेहरे आगे लाने चाहिए। जबरन लीडरशिप न थोपी जाए। इससे लोग दुखी होते हैं। झूंदा ने कहा कि अकाली दल आज भी मजबूत है। सर्कल से लेकर जिले तक प्रभावी चेहरे लाए जाएं। 3 महीने में अकाली दल फिर बुलंदी पर होगा।अकाली नेता इकबाल सिंह झूंदाझूंदा की अगुआई में बनी थी हार की समीक्षा कमेटीइकबाल झूंदा की अगुआई में ही अकाली दल ने विधानसभा चुनाव में हार की समीक्षा के लिए कमेटी बनाई थी। 13मेंबरी कमेटी ने अकाली दल को 41 सुझाव दिए। जिन्हें पार्टी स्वीकार कर चुकी है। इसके बाद पार्टी का पूरा ढांचा भंग कर दिया गया। हालांकि सुखबीर बादल की प्रधानगी बरकरार रखी गई है।अकाली दल में मचा घमासानअकाली दल लगातार 2 विस चुनाव हार चुका है। इस बार हालत ज्यादा बदतर रही क्योंकि 5 बार के सीएम प्रकाश सिंह बादल और पार्टी प्रधान सुखबीर बादल समेत कई दिग्गज हार गए। हाल ही में पार्टी विधायक मनप्रीत अयाली ने पार्टी के फैसले का विरोध कर राष्ट्रपति चुनाव में वोट नहीं डाला। उसके बाद प्रेम सिंह चंदूमाजरा कोर कमेटी की मीटिंग में नहीं आए। जिसके बाद एक ग्रुप तैयार हो गया, जो इशारों में सुखबीर की अगुआई का विरोध कर रहे हैं। इससे निपटने के लिए सुखबीर बादल ने अनुशासनिक कमेटी बना दी है।

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