इस समय अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दुनिया भर में उथल-पुथल मचा दी है। एक तरफ चीन और अमेरिका का मामला चल रहा है। वहीं इस मामले से ग्लोबल मार्केट में मंदी देखने को मिल रही है। वहीं अब दूसरी और ट्रंप ने चेतावनी देते हुए कहा है, कि फार्मास्यूटिकल्स को डायरेक्ट से दी गई छूट जल्द समाप्त हो जाएगी।
दरअसल मंगलवार रात को डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि, “हम बहुत जल्द ही फार्मास्यूटिकल्स पर एक बड़ा टैरिफ लगाने की घोषणा करने जा रहे हैं।” अब ऐसे में यह बयान सभी को संकट में डाल रहा है क्योंकि ट्रंप का यह बयान ऐसे समय में आया है, जब अमेरिका की ओर से लगाए गए रेसिप्रोकल टैरिफ बुधवार से प्रभावी हो चुके हैं।
फार्मा कंपनियों की मुश्किलें बढ़ेंगी?
जानकारी दे दें कि डोनाल्ड ट्रंप ने वाशिंगटन में नेशनल रिपब्लिकन कांग्रेसनल कमेटी के डिनर में दिए अपने भाषण में बड़ी बात कही उन्होंने चीन का जिक्र किया, हालांकि इस दौरान उन्होंने भारत का जिक्र नहीं किया है। भारत से मौजूद समय में फार्मा निर्यात 31.5 प्रतिशत भेजा जाता है। वहीं अमेरिका ने पहले ही भारत पर 27 प्रतिशत रेसिप्रोकल टैरिफ लगाने का ऐलान किया था। डोनाल्ड ट्रंप का कहना है कि जब फार्मा कंपनियों को टैरिफ की जानकारी होगी तो, वे चीन और अन्य देशों को को छोड़ेगी, क्योंकि उन्हें अपने ज्यादा उत्पादन अमेरिका में बेचने हैं।
फार्मा कंपनियां पूरे देश में प्लांट खोल सकेंगी
डोनाल्ड ट्रंप ने यह साफ कर दिया है कि “टैरिफ के बाद सभी फार्मा कंपनियां पूरे देश के अगले हिस्सों में प्लांट खोल सकेंगी।” दरअसल राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा पिछले सप्ताह ही रेसिप्रोकल टैरिफ की घोषणा की गई थी, इसके बाद से ही फार्मास्यूटिकल्स, कॉपर, सेमीकंडक्टर, लकड़ी, बुलियन, एनर्जी और कुछ मिनरल को टैरिफ से छूट दी गई है। दरअसल यह अमेरिकी अर्थव्यवस्था के लिए बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा हैं। इसके पीछे एक ओर कारण भी है दरअसल रेसिप्रोकल टैरिफ में फार्मास्यूटिकल्स को राहत आयातित दवाएं, विशेष रूप से भारत से आने वाली जेनेरिक दवाएं, अमेरिकी हेल्थ सिस्टम की लागत को कम रखने में मदद करती हैं इस वजह से भी टैरिफ में राहत मिली है।

Comments are closed.