भारत के खजाने में इजाफा हुआ है। 18 अप्रैल, 2025 को समाप्त सप्ताह में भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 8.31 अरब डॉलर बढ़कर 686.15 अरब डॉलर हो गया। भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा शुक्रवार को जारी आंकड़ों से यह जानकारी मिली है। इससे पहले 11 अप्रैल, 2025 को समाप्त सप्ताह में भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 1.5 अरब डॉलर बढ़कर 677.84 अरब डॉलर हो गया था। केंद्रीय बैंक ने अपनी साप्ताहिक सांख्यिकीय रिपोर्ट में कहा कि भारत के भंडार का एक प्रमुख घटक, विदेशी मुद्रा संपत्ति 3.5 अरब डॉलर बढ़कर 578.5 अरब डॉलर हो गई।
स्वर्ण भंडार में भी हुआ इजाफा
इस बीच स्वर्ण भंडार 4.57 अरब डॉलर बढ़कर 84.57 अरब डॉलर हो गया। इसके अलावा, विशेष आहरण अधिकार (SDR) 2.12 अरब डॉलर बढ़कर 18.56 अरब डॉलर हो गया। अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के साथ भारत की आरक्षित स्थिति 7 मिलियन डॉलर बढ़कर 4.5 अरब डॉलर हो गई है।
हर शुक्रवार को जारी होता है डेटा
केंद्रीय बैंक हर शुक्रवार को भारत के विदेशी मुद्रा भंडार का डेटा जारी करता है। आरबीआई समय-समय पर रुपये में तेज गिरावट को रोकने के उद्देश्य से डॉलर की बिक्री सहित लिक्विडिटी प्रबंधन के माध्यम से बाजार में हस्तक्षेप करता है। आरबीआई विदेशी मुद्रा बाजारों की बारीकी से निगरानी करता है और किसी पूर्व-निर्धारित लक्ष्य स्तर या बैंड के संदर्भ के बिना विनिमय दर में अत्यधिक अस्थिरता को नियंत्रित करके केवल व्यवस्थित बाजार स्थितियों को बनाए रखने के लिए हस्तक्षेप करता है।
पाकिस्तान के खजाने में गिरावट
उधर पाकिस्तान के खजाने में गिरावट आई है। पाकिस्तान के विदेशी मुद्रा भंडार में 226 मिलियन डॉलर की गिरावट आई है। पाकिस्तान का कुल लिक्विड फॉरेक्स रिजर्व 18 अप्रैल 2025 को समाप्त हुए सप्ताह में घटकर 15.43 अरब डॉलर पर आ गया। यह 11 अप्रैल को समाप्त हुए हफ्ते में 15.66 अरब डॉलर पर था। इसमें स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान का रिजर्व 367 मिलियन गिरकर 10.206 अरब डॉलर रह गया है।

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