भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में जोरदार उछाल दर्ज किया गया है। 9 मई को खत्म हुए सप्ताह में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 4.55 अरब डॉलर की बड़ी बढ़त के साथ 690.62 अरब डॉलर पर पहुंच गया। मुख्य रूप से गोल्ड रिजर्व में बढ़ोतरी की वजह से मुद्रा भंडार में ये तेजी आई है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने शुक्रवार को ये जानकारी दी। बताते चलें कि इससे पहले, 2 मई को खत्म हुए हफ्ते में देश का कुल विदेशी मुद्रा भंडार 2.06 अरब डॉलर की गिरावट के साथ 686.06 अरब डॉलर हो गया था। उससे भी एक हफ्ते पहले, 25 अप्रैल को खत्म हुए हफ्ते में देश का मुद्रा भंडार 1.98 अरब डॉलर की बढ़ोतरी के साथ 688.13 अरब डॉलर हो गया था।
सितंबर 2024 में 704.89 अरब डॉलर के लाइफटाइम हाई पर था मुद्रा भंडार
पिछले साल सितंबर, 2024 के आखिर में भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 704.89 अरब डॉलर के लाइफटाइम हाई पर पहुंच गया था। भारतीय रिजर्व बैंक के आंकड़ों के मुताबिक, 9 मई को खत्म हुए सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार का एक प्रमुख हिस्सा विदेशी मुद्रा आस्तियां भी 19.6 करोड़ डॉलर बढ़कर 581.37 अरब डॉलर हो गईं। डॉलर के संदर्भ में उल्लेखित विदेशी मुद्रा आस्तियों में विदेशी मुद्रा भंडार में रखे गए यूरो, पाउंड और येन जैसी गैर-अमेरिकी मुद्राओं की घट-बढ़ का प्रभाव शामिल होता है।
देश के गोल्ड रिजर्व की वैल्यू में 4.52 अरब डॉलर की बड़ी बढ़ोतरी
इसके अलावा, इस दौरान भारत का स्वर्ण भंडार यानी गोल्ड रिजर्व की वैल्यू भी 4.52 अरब डॉलर की बड़ी तेजी के साथ 86.34 अरब डॉलर हो गई। विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) 2.6 करोड़ डॉलर घटकर 18.53 अरब डॉलर पर पहुंच गया। केंद्रीय बैंक के आंकड़ों के अनुसार, 9 मई को खत्म हुए हफ्ते में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के पास भारत का आरक्षित भंडार भी 13.4 करोड़ डॉलर घटकर 4.37 अरब डॉलर रहा।

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