भारत के साथ ट्रेड टॉक के लिए दिल्ली में है अमेरिकी टीम, पीयूष गोयल ने जानें नेक्स्ट राउंड मीटिंग को लेकर क्या कहा
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने गुरुवार को कहा कि प्रस्तावित द्विपक्षीय व्यापार समझौते के लिए अगले दौर की बातचीत के लिए अमेरिकी टीम नई दिल्ली में है। उन्होंने कहा कि बातचीत अच्छी तरह से आगे बढ़ रही है। पीटीआई की खबर के मुताबिक, कुछ और अमेरिकी अधिकारी अपने भारतीय समकक्षों के साथ बातचीत में शामिल होने के लिए 6 जून को भारत पहुंचेंगे। बीते फरवरी में, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2025 की शरद ऋतु (सितंबर-अक्टूबर) तक पारस्परिक रूप से लाभकारी बहु-क्षेत्रीय द्विपक्षीय व्यापार समझौते (बीटीए) के पहले बातचीत करने की योजना की घोषणा की थी।
बातचीत का मकसद क्या है?
खबर के मुताबिक, बातचीत का मकसद 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को मौजूदा 191 अरब अमेरिकी डॉलर से दोगुना करके 500 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंचाना है। गोयल व्यापार और निवेश को बढ़ावा देने के लिए इतालवी नेताओं और व्यापार प्रतिनिधियों के साथ बातचीत करने के लिए आधिकारिक यात्रा पर यहां आए हैं। अमेरिकी आधिकारिक दल का यह दौरा इसलिए खास है क्योंकि भारत और अमेरिका जून के आखिर तक अंतरिम व्यापार समझौते पर सहमत हो सकते हैं, जिसमें नई दिल्ली घरेलू वस्तुओं पर 26 प्रतिशत पारस्परिक टैरिफ से पूरी छूट देने पर जोर दे रही है।
कितना है द्विपक्षीय व्यापार
भारत के मुख्य वार्ताकार, वाणिज्य विभाग में विशेष सचिव राजेश अग्रवाल ने पिछले महीने वाशिंगटन की अपनी चार दिवसीय यात्रा पूरी की थी। उन्होंने प्रस्तावित समझौते पर अपने अमेरिकी समकक्ष के साथ बातचीत की। व्यापार वार्ता को गति देने के लिए गोयल भी वाशिंगटन में थे। अमेरिका लगातार चौथे साल 2024-25 में भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार बना रहेगा, जिसका द्विपक्षीय व्यापार 131.84 अरब अमेरिकी डॉलर रहा। भारत के कुल वस्तु निर्यात में अमेरिका की हिस्सेदारी करीब 18 प्रतिशत, आयात में 6.22 प्रतिशत और देश के कुल व्यापारिक व्यापार में 10.73 प्रतिशत है।

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