IPL 2025 के आखिरी लीग स्टेज मैच में RCB ने भले ही शानदार जीत दर्ज की, लेकिन उनके अनुभवी तेज गेंदबाज जॉश हेजलवुड को प्लेइंग 11 में जगह नहीं मिली। हाल ही में चोट से उबरकर भारत लौटे हेजलवुड को लेकर फैंस को उम्मीद थी कि वह वापसी करेंगे, लेकिन उन्हें बेंच पर ही बैठना पड़ा। इस फैसले के पीछे कोई रणनीति नहीं बल्कि क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के नियम थे। हालांकि इस नियम के बारे में पता नहीं होने के कारण आरसीबी के फैंस बुरी तरह निराश हो गए।
दरअसल जॉश हेजलवुड IPL में वापसी को तैयार थे, लेकिन क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया का ‘रिटर्न टू प्ले’ प्रोटोकॉल उनके मैदान में उतरने में बाधा बन गया। इस प्रोटोकॉल के मुताबिक, चोट से लौटे किसी भी गेंदबाज को मैच में खेलने से पहले नेट्स में कम से कम 70 से 80 गेंदें डालनी होती हैं ताकि उनकी फिटनेस और लय का सही अंदाजा लगाया जा सके।
क्या जॉश हेजलवुड नहीं फेक पाए थे इतनी गेंदे?
दरअसल मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, हेजलवुड अब तक सिर्फ 30 से 40 गेंदें ही नेट्स में फेंक पाए हैं। ऐसे में क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने उन्हें लीग स्टेज का आखिरी मैच खेलने की मंजूरी नहीं दी। इसका सीधा असर RCB की गेंदबाजी यूनिट पर पड़ा, हालांकि टीम ने फिर भी जीत हासिल की। यह फैसला सावधानी के तौर पर लिया गया ताकि खिलाड़ी को दोबारा कोई चोट न लगे। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के इस नियम की सख्ती दिखाती है कि वे अपने खिलाड़ियों की फिटनेस और वर्ल्ड कप जैसे बड़े टूर्नामेंटों के लिए कितने गंभीर हैं। जॉश हेजलवुड के लिए यह इंतजार थोड़ा लंबा जरूर हो गया, लेकिन अब उम्मीद की जा रही है कि वे प्लेऑफ मुकाबलों में मैदान पर वापसी करेंगे।
RCB के लिए हेजलवुड क्यों हैं अहम?
वही इस सीजन में जॉश हेजलवुड ने 10 मैचों में 18 विकेट झटके हैं और नई गेंद से विपक्षी टीमों को शुरुआती झटके दिए हैं। उनके पास पावरप्ले और डेथ ओवर्स दोनों में शानदार नियंत्रण और स्विंग करने की काबिलियत है। दरअसल हेजलवुड की गैरमौजूदगी के बावजूद RCB ने लखनऊ सुपर जायंट्स को आखिरी लीग मैच में हरा दिया। कप्तान जितेश शर्मा की शानदार 85 रन की पारी, विराट कोहली और मयंक अग्रवाल की अहम साझेदारियों ने टीम को 228 रन तक पहुंचाया। गेंदबाजी में यश दयाल और नुवान तुषारा ने अहम विकेट लेकर LSG की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। बता दें कि RCB की प्लेइंग इलेवन में फिल साल्ट, विराट कोहली, मयंक अग्रवाल, रजत पाटीदार, लियाम लिविंगस्टन, जितेश शर्मा (कप्तान/विकेटकीपर), रोमारियो शेफर्ड, क्रुणाल पंड्या, भुवनेश्वर कुमार, यश दयाल और नुवान तुषारा शामिल थे।
