छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केंद्र सरकार पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने दावा किया है कि उनके बेटे चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) की एक “राजनीतिक साजिश” का हिस्सा है। भूपेश बघेल ने कहा कि कांग्रेस विधानसभा में अडानी समूह द्वारा कथित अवैध वृक्ष कटाई का मामला उठाने जा रही थी। उसी दिन उनके बेटे को गिरफ्तार कर लिया गया। भूपेश बघेल ने सोमवार को संसद भवन परिसर में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से मुलाकात की। उन्होंने कांग्रेस के शीर्ष नेताओं को बेटे की गिरफ्तारी से जुड़ी जानकारी दी।
क्या बोले भूपेश बघेल?
भूपेश बघेल ने कहा,
“18 जुलाई को मेरे बेटे चैतन्य को ईडी ने गिरफ्तार किया। जबकि उसी दिन विधानसभा में अडानी की अवैध वृक्ष कटाई पर स्थगन प्रस्ताव लाया जाना था। 10 मार्च को छापेमारी हुई थी। उसके बाद कोई समन नहीं, कोई पूछताछ नहीं, और अचानक जन्मदिन के दिन गिरफ्तारी कर ली गई। यह सब जानबूझकर किया गया।”
चैतन्य बघेल को दिल्ली आबकारी नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी ने 18 जुलाई को गिरफ्तार किया था।
“अब पूरा देश जान गया मेरे बेटे को”
पत्रकारों से बातचीत में भूपेश बघेल ने तंज भरे लहजे में कहा,
“मैं इसे अपने बेटे का सौभाग्य मानता हूं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह उसके खिलाफ हैं। पहले तो कोई उसे जानता भी नहीं था। अब पूरा देश जान गया।”
उन्होंने आगे कहा कि चैतन्य न तो राजनीति में है और न ही किसी गड़बड़ी में शामिल। वो एक किसान है और पूरी तरह निर्दोष है।
“जांच एजेंसियों से डराया जा रहा विपक्ष”
भूपेश ने केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि ईडी और अन्य जांच एजेंसियों का इस्तेमाल विपक्षी नेताओं को डराने के लिए किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह लोकतंत्र के लिए खतरे की घंटी है। भूपेश ने भरोसा जताया कि उन्हें न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है और वे जांच एजेंसियों के साथ पूरा सहयोग करेंगे.

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