आज के समय में बैंक से लोन की जरूरत कभी भी पड़ सकती है। हम सभी अपनी जरूरत के अनुसार पर्सनल लोन, होम लोन या कार लोन लेते हैं। बैंक लोन देने से पहले क्रेडिट स्कोर चेक करता है। अगर क्रेडिट स्कोर बेहतर हुआ तो बैंक आसानी से लोन पास कर देते हैं। हालांकि, कई बार कुछ गलतियां हो जाती हैं, जिससे क्रेडिट स्कोर खराब हो जाता है। उसके बाद बैंक से लोन लेना मुश्किल हो जाता है। आज हम आपको उन्हीं 3 कॉमन गलतियों के बारे में बता रहे हैं। अगर आप इन गलतियों को करेंगे तो बैंक आपको कभी भी लोन नहीं देंगे।
पहली गलती: समय पर EMI का भुगतान नहीं करना
अगर आप अपने लोन या क्रेडिट कार्ड की EMI का तय समय पर भुगतान नहीं कर रहे हैं तो आप पहली और सबसे बड़ी गलती कर रहे हैं। प्रमुख वित्तीय संस्थान और क्रेडिट ब्यूरो इसे “रेड फ्लैग” मानते हैं। सिर्फ 30 दिन की देरी भी आपके स्कोर को 50 से 100 अंक तक गिरा सकती है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) भी अपनी वित्तीय स्थिरता रिपोर्ट्स में समय पर भुगतान को क्रेडिट एक्सेस के लिए अनिवार्य मानता है। ईएमआई का समय पर भुगतान नहीं करने पर आपका क्रेडिट स्कोर खराब होगा और बैंक से लोन नहीं मिल पाएगा।
दूसरी गलती: क्रेडिट कार्ड का अत्यधिक उपयोग
अगर आप अपने क्रेडिट कार्ड की सीमा का 30% से ज्यादा उपयोग करते हैं, तो यह आपके क्रेडिट स्कोर पर नकारात्मक असर डालता है। यह बैंक को यह संकेत देता है कि आप कर्ज पर अत्यधिक निर्भर हैं। इससे भविष्य में आपको महंगे ब्याज दरों पर लोन लेना पड़ सकता है।
तीसरी गलती: पुराने क्रेडिट अकाउंट को बंद करना
लोग अक्सर बिना जानकारी के अपने पुराने क्रेडिट कार्ड या पर्सनल लोन खातों को बंद कर देते हैं। लेकिन ऐसा करने से आपकी औसत क्रेडिट हिस्ट्री छोटी हो जाती है, जो कि स्कोर घटाने का कारण बनती है। क्रेडिट ब्यूरो इस फैक्टर को “रीपेमेंट हिस्ट्री रिलायबिलिटी” के रूप में देखते हैं।
क्रेडिट स्कोर रेंज और उसका मतलब
300 – 579 खराब (Poor) हाई रिस्क, लोन रिजेक्शन की संभावना
580 – 739 औसत (Fair) क्रेडिट मिल सकता है, लेकिन ऊंचे ब्याज दर पर
740 – 900 अच्छा/उत्कृष्ट (Good/Excellent) आसान लोन मंजूरी और बेहतर शर्तें
क्रेडिट स्कोर बेतरह करने के लिए क्या करें?
- लोन की ईएमआई का टाइम पे पेमेंट करें
- क्रेडिट कार्ड से लिमिट से नीचे खर्च करें
- एक साथ कई जगह लोन के लिए अप्लाई नहीं करें
- कर्ज के बोझ को कम करें
