घर में लगाएं गए तरह तरह के रंग-बिरंगे फूलों वाले पौधे न सिर्फ़ घर की शोभा बढ़ाते हैं बल्कि वातावरण को शुद्ध बनाने में भी मदद करते हैं। आम तौर पर लोगों के घर में गुलाब, गेंदा, गुड़हल, कनेर, चमेली और अपराजिता के फूलों वाले पौधे पाए जाते हैं। जिन लोगों के घरों में ज़्यादा जगह होती है, वे लोग अपने घर का एक हिस्सा गार्डन के रूप में बदल देते हैं, और वहीं पर तरह तरह के फूलों वाले पौधे लगाते हैं।
जिन लोगों के घरों में ज़्यादा जगह नहीं होती है, वे लोग अपने घरों की बालकनी या फिर छतों पर तरह-तरह के फूलो वाले पौधे लगाते हैं। आज हम ख़ासतौर पर अपराजिता के पौधे के बारे में बात करेंगे। अपराजिता के फूल नीले रंग के होते हैं, जो दिखने में बहुत ही सुंदर लगते हैं, इन फूलों का इस्तेमाल कई तरह से किया जाता है, कई लोग इसकी चाय बनाकर पीते हैं। इसके फूलों को सेहत के लिए फ़ायदेमंद माना जाता है।
अपराजिता का पौधा (Aparajita Plant Care)
लेकिन कई लोगों की यह शिकायत रहती है कि उन्होंने अपने घर या फिर गार्डन में अपराजिता का पौधा तो लगा लिया है, लेकिन उसमें फूल नहीं खिल रहे हैं। अगर आपके साथ भी ऐसा हो रहा है तो आपको सही देखभाल करने की आवश्यकता है। सबसे पहले इस बात को समझे की गर्मियों के मौसम में अपराजिता कि पौधों में ख़ूब सारे फूल खिलते हैं। ऐसे में इस मौसम में सही देखभाल करना बहुत ज़रूरी है।
पोषक तत्व की कमी
देखा जाए तो मार्च से अप्रैल तक अपराजिता के पौधे में ख़ूबसूरत फूल खिलते हैं, अगर आपको लग रहा है कि आपकी पौधों में फूल नहीं खिल रहे हैं, तो हो सकता है पौधों को ज़रूरी पोषक तत्व नहीं मिल पा रहे हो। चलिए इस आर्टिकल के ज़रिए समझ लेते हैं, कि किस तरह से गर्मियों के मौसम में अपराजिता के फूलों और पौधों की देखभाल की जाए जिससे की वे अच्छे से बढ़े।
वर्मी कम्पोस्ट का इस्तेमाल
वर्मी कम्पोस्ट को अपराजिता के पौधों के लिए बहुत अच्छा माना जाता है, इस खाद की मदद से पौधों को सही पोषण मिलता है। इसका इस्तेमाल करने के लिए पहले पौधे के आसपास की मिट्टी को थोड़ा थोड़ा खोद लें। फिर जड़ों के आस पास वर्मी कम्पोस्ट डाले। अब जड़ों को मिट्टी की मदद से ढक दें, आप वर्मी कंपोस्ट खाद का इस्तेमाल 20-30 दिनों में कर सकते हैं। कुछ ही दिनों में फ़र्क नज़र आने लगेगा।
नीम की खली का इस्तेमाल
इसके अलावा नीम की खली को भी पौधों के लिए बहुत ही फ़ायदेमंद माना जाता है, इसका इस्तेमाल करने के लिए पहले पौधे की गुड़ाई करें, इसके बाद कम से कम तीन चम्मच नीम की खली मिट्टी में मिला दें। इसका इस्तेमाल आप 15-20 दिनों में एक बार कर सकते हैं, नीम की खली का इस्तेमाल करने से पौधों में कभी भी कीड़े मकोड़े नहीं आते हैं, पौधे स्वस्थ रहते हैं और ढेर सारे फूल भी खिलते हैं।
इन बातों का रखें ध्यान
- अपराजिता के पौधों में अगर आप ढेर सारे फूल पाना चाहते हैं, तो इस बात का ध्यान रखें कि इस पौधे को ज़्यादा देर तक धूप में नहीं रखना है, नहीं तो पौधा ख़राब हो सकता है, पौधे को छांव में ही रखें।
- अच्छी ग्रोथ के लिए पौधे की प्रूनिंग करना बहुत ज़रूरी है, इससे आप कम से कम 20-15 दिनों में पौधों की सूखी और पीली पत्तियां को हटाएँ, सूखे फूलों को हटाए, और सूखी हुई डालियों को भी काटकर अलग कर लें। ऐसा करने से पौधे की ग्रोथ अच्छी होती है।
- अगर सर्दियों के मौसम में अपराजिता का पौधा पूरी तरह से सूख चुका है, तुम उसे जड़ से उखाड़ कर फेंक ही नहीं, इंतज़ार करें गर्मी के मौसम में वह पौधा खुदबखुद बढ़ने लगेगा और हरा भरा हो जाएगा, इन छोटी छोटी चीज़ों को ध्यान में रखकर आप अपराजिता के फूलों की अच्छी देखभाल कर सकते हैं।

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