राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा टैरिफ पर लगाए जाने के बाद घरेलू शेयर बाजार में मेटल स्टॉक्स में बिकवाली का दबाव देखने को मिला। बड़ी-बड़ी मेटल कंपनियों के शेयर चारो खाने चित्त होते दिखे। पीटीआई की खबर के मुताबिक, शुक्रवार को वेदांता समूह के शेयरों में 8 प्रतिशत से ज्यादा की गिरावट आई। इसी तरह, वेदांता का शेयर बीएसई पर 8.45 प्रतिशत गिरकर 402.40 रुपये, टाटा स्टील का शेयर 7.78 प्रतिशत गिरकर 141.70 रुपये, नेशनल एल्युमीनियम कंपनी का शेयर 7.38 प्रतिशत गिरकर 159.90 रुपये, हिंडाल्को इंडस्ट्रीज का शेयर 7.16 प्रतिशत गिरकर 606 रुपये और एनएमडीसी का शेयर 7.05 प्रतिशत गिरकर 65.53 रुपये पर आ गया।
दिग्गज मेटल कंपनियां भी नहीं बच सकीं
खबर के मुताबिक, दूसरे स्टॉक्स में जिंदल स्टेनलेस का शेयर 7. 02 प्रतिशत गिरकर 553. 05 रुपये, हिंदुस्तान जिंक का 7. 01 प्रतिशत गिरकर 427. 20 रुपये प्रति, स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया का 5. 32 प्रतिशत गिरकर 112. 15 रुपये, जिंदल स्टील एंड पावर का 5. 59 प्रतिशत गिरकर 854. 35 रुपये और जेएसडब्ल्यू स्टील का 3. 59 प्रतिशत गिरकर 1,005. 50 रुपये पर आ गया। ट्रम्प के टैरिफ लागू करने की घोषणा के बाद वैश्विक व्यापार युद्ध की आशंका फिर से बढ़ गई। इसका असर आज मेटल स्टॉक्स पर देखा गया।
भारत की चुनौती बढ़ रही
मेटल शेयरों में गिरावट की वजह ट्रंप प्रशासन द्वारा उम्मीद से अधिक पारस्परिक शुल्क लगाना है, जिसने मंदी की आशंकाओं को हवा दी है और चिंता जताई है कि अमेरिकी शुल्कों में भारी बढ़ोतरी वैश्विक आर्थिक विकास को नुकसान पहुंचाएगी। यस सिक्योरिटीज के कार्यकारी निदेशक अमर अंबानी ने कहा कि स्टील और एल्युमीनियम पर मौजूदा 25 प्रतिशत अमेरिकी टैरिफ अपरिवर्तित बना हुआ है, जिससे अमेरिका की घरेलू कीमतें बढ़ रही हैं। वैसे, वियतनाम, जापान और दक्षिण कोरिया के निर्यातक भारत और मध्य पूर्व की ओर रुख कर रहे हैं, जिससे सस्ते स्टील आयात के साथ भारत की चुनौती बढ़ रही है।
अमेरिकी प्रशासन ने बुधवार को भारत पर 26 प्रतिशत पारस्परिक टैरिफ की घोषणा की है, जिसमें कहा गया है कि नई दिल्ली अमेरिकी वस्तुओं पर उच्च आयात शुल्क लगाती है। पिछले महीने, संयुक्त राज्य अमेरिका ने अमेरिका में सभी स्टील और एल्युमीनियम आयात पर 25 प्रतिशत टैरिफ का प्रस्ताव दिया था।
