
विराट कोहली
भारतीय टीम जब इंग्लैंड के दौरे पर 20 जून को पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला हेडिंग्ले के मैदान पर खेलने उतरेगी तो उसमें विराट कोहली और रोहित शर्मा दोनों का नाम शामिल नहीं होगा। टीम इंडिया के दोनों ही दिग्गज प्लेयर्स ने इस फॉर्मेट से अपने रिटायरमेंट का ऐलान पिछले महीने ही कर दिया था। रोहित के बाद जब कोहली ने 12 मई को टेस्ट से आधिकारिक तौर पर अपने संन्यास लेने के फैसले की जानकारी दी तो पूरा क्रिकेट जगत स्तब्ध रह गया। अब उनके इस फैसले को लेकर टीम इंडिया के पूर्व हेड कोच रवि शास्त्री का भी बयान सामने आया है, जिसमें उन्होंने मैनेजमेंट पर निशाना साधा है।
“मैं होता तो कोहली को दुबारा कप्तान बना देता”
रवि शास्त्री की सोशल मीडिया पर सोनी लिव की तरफ से पोस्ट किए गए उनके इंटरव्यू की एक क्लिप में उन्होंने विराट कोहली के रिटायरमेंट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा “अगर मेरा इस मामले से कुछ भी लेना-देना होता तो मैं इस साल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज खत्म होने के बाद ही कोहली को कप्तान बना देता। जब आप चले जाते हो तब लोगों को एहसास होता है कि आप कितने बड़े खिलाड़ी थे। मुझे दुख हुआ कि वह चला गया और जिस तरह से गया वह सही नहीं था। मेरे नजरिए से इसे और बेहतर तरीके से संभाला जा सकता था क्योंकि वह एक अच्छी विदाई का हकदार था।
कोहली का पिछले कुछ साल टेस्ट में रहा था औसत प्रदर्शन
विराट कोहली का टेस्ट क्रिकेट में प्रदर्शन उम्मीद के अनुसार पिछले कुछ साल से देखने को नहीं मिल रहा था, जिसमें साल 2022 में जहां उन्होंने 6 टेस्ट मैच खेले तो उसमें 26.50 के औसत से सिर्फ 265 रन ही बनाने में कामयाब हो सके। वहीं इसके बाद साल 2023 में कोहली ने 8 टेस्ट मैच खेले और 55.92 के औसत से कुल 671 रन बनाने में कामयाब रहे थे। हालांकि साल 2024 में विराट कोहली का टेस्ट फॉर्मेट में प्रदर्शन एक बार फिर से निराशाजनक रहा जहां उन्हें कुल 10 मैचों में खेलने का मौका मिला और वह 24.53 के औसत से 417 रन ही बनाने में कामयाब हो सके। ऐसे में कोहली को उनके इस खराब फॉर्म के चलते भी आलोचना का सामना करना पड़ रहा था।
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