मई-जून की भीषण गर्मी के बाद आखिरकार मॉनसून ने दस्तक दे ही दी है। बारिश की फुहार के साथ लोगों के चेहरे भी खिल उठे हैं। चारों तरफ हरियाली और पेड़–पौधों की खूबसूरती बिखरने को तैयार है। हालांकि इस मौसम की भी अपनी कुछ चुनौतियां हैं। लगातार बारिश से घर में पानी जमने लगता है, धूप न निकलने की वजह से सीलन आ जाती है, लकड़ी के फर्नीचर खराब होने लगते हैं, छत के लीक होने की समस्या पैदा हो जाती है। इसके साथ ही बिजली से जुड़ी हुई दिक्कतें, कीड़े–मकौड़ों का आतंक और ना जानें क्या–क्या। इसलिए बेहतर यही है कि पहले से ही कुछ तैयारी कर ली जाए ताकि तेज बारिश के मौसम में भी काफी हद तक राहत महसूस की जा सके। आज हम आपको ऐसी ही कुछ जरूरी टिप्स बताने वाले हैं।
लिकेज से बचने के लिए कराएं वाटरप्रूफिंग
छत से पानी टपकना बारिश के मौसम की सबसे बड़ी समस्या है। घर की दीवार या छत पर बनी दरार में पानी आने से घर की दीवारों में सीलन आने लगती है। लगातार बारिश होने पर दीवारों में आई सीलन से पूरा घर अजीब तरह से महकने लगता है। इसके साथ ही दीवार से जुड़े फर्नीचर और पेंटिंग खराब होने लगते हैं। इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए माॅनसून से पहले ही घर की दीवारों और छतों की दरारों पर वाटरप्रूफिंग का काम करवा लें।
फर्नीचर की सुरक्षा के लिए करें ये काम
बारिश के मौसम में लकड़ी के फर्नीचर खराब होने की समस्या आम होती है। पानी पड़ते ही लकड़ी के फर्नीचर की रंगत खराब होने लगती है। बारिश के मौसम में आपके लकड़ी के फर्नीचर खराब ना हों इसके लिए उनके खास रख-रखाव की आवश्यकता पड़ती है। इसके लिए रोज फर्नीचर पर डस्टिंग करने के लिए वैक्यूम क्लीनर का इस्तेमाल करने की कोशिश करें। इससे धूल मिट्टी तो दूर होती है साथ ही ये अतिरिक्त नमी को सुखाने का काम करता है, जिससे फर्नीचर खराब नहीं होते। ज्यादा सुरक्षा के लिए माॅनसून से पहले ही लकड़ी के फर्नीचर पर वार्निश से कोट करा लेने से फायदा मिलता है।
साफ सफाई का रखें विशेष ध्यान
बारिश के मौसम की एक बड़ी समस्या गंदगी है। अगर साफ सफाई का सही से ध्यान ना रखा जाए तो घर में एक अजीब सी महक आने लगती है। घर के फर्श, कारपेट आदि भी जल्दी–जल्दी गंदे होते हैं। इस मौसम में साफ सफाई का अच्छे से ध्यान रखने की आवश्यकता होती है। घर में बिछे कारपेट और फर्श को नमी से बचाए रखने के लिए वैक्यूम क्लीनर से इसे नियमित तौर पर साफ करना चाहिए।

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