बरेली: मौलाना ने कहा रविवार दोपहर 3 बजे विरोध प्रदर्शन की जगह अब यौमे दुरुद का होगा कार्यक्रम।पैगंबर साहब के खिलाफ टिप्पणी करने के मामले में 19 तारीख को विरोध प्रदर्शन का ऐलान करने वाले मौलाना तौकीर रजा ने अपने कार्यक्रम का नाम बदल दिया है। उन्होंने कहा है कि रविवार दोपहर 3 बजे शहर के इस्लामिया ग्राउंड में होने वाले इस परमीशन को विरोध प्रदर्शन की जगह यौमे दुरुद पढ़ा जाए।प्रशासन ने उन्हें इस कार्यक्रम की अनुमति दे दी है। कार्यक्रम में सिर्फ 15 सौ लोगों के शामिल होने की अनुमति।फिलहाल प्रशासन ने उन्हें इस कार्यक्रम की अनुमति दे दी है। कार्यक्रम में सिर्फ 15 सौ लोगों के शामिल होने की अनुमति मिली है। वही परमीशन जारी होने के बाद कार्यक्रम को लेकर पुलिस-प्रशासन ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी है।दो घंटे का कार्यक्रम फिर देंगे ज्ञापनइत्तेहाद-ए-मिल्लत कौंसिल ( IMC ) अध्यक्ष तौकीर रजा खान ने नुपुर शर्मा की गिरफ्तारी को लेकर शांतिपूर्ण तीरके से यौमे दुरुद का कार्यक्रम करेंगे। कार्यक्रम दोपहर 3 बजे से शाम 5 बजे तक इस्लामिया ग्राउंड में होगा। इसके बाद वह राष्ट्रपति को संबोधित एक ज्ञापन भी अफसरों को सौंपेंगे। प्रशासन ने इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए सिर्फ 1500 लोगों के शामिल होने की अनुमति दी है।इस दौरान यह भी आदेश दिया है कि कार्यक्रम में किसी भी तरह से उत्तेजित भाषण या तकरीर नहीं होगी। लाउडस्पीकर का प्रयोग भी परमीशन के हिसाब से ही होगा। IMC के जिलाध्यक्ष फरहत खां एवं महानगर अध्यक्ष मखदूम बेग के प्रार्थनापत्र पर दी गई है।इन शर्तों का करना पड़ेगा पालन- कोविड 19 प्रोटोकाल का करना होगा पालन, प्रवेश द्वार पर ही कोविड हेल्पडेस्क की करनी होगी स्थापना।- कार्यक्रम के दौरान लाउडस्पीकर की ध्वनि 65 डीवी से अधिक नहीं हागी, डीजे नहीं बजेगा।- दूसरे संप्रदाय के घरों तथा धार्मिक स्थानों पर लाउडस्पीकर का प्रयोग बिल्कुल भी नहीं किया जाएगा।- कार्यक्रम के दौरान किसी भी तरह का अस्त्र, शस्त्र, लाठी, डंडे, तलवार इत्यादि का प्रदर्शन नहीं होगा।- किसी भी व्यक्ति विशेष के प्रति अभद्र भाषा या टिप्पणी, नारेबाजी बिल्कुल नहीं की जाएगी।- सार्वजनिक या निजी संपत्ति को छति नहीं होनी चाहिए, नहीं तो आयोजक से क्षति वसूली फिर कार्रवाई हाेगी।- आयोजन की संपूर्ण जिम्मेदारी आयोजक की ही होगी। किसी भी तरह की क्षति हुई तो कार्रवाई की जाएगी।- किसी भी संत, महापुरूष, मूर्ति स्मारक, संग्रहालय या धार्मिक स्थल की अवमानना या क्षति नहीं की जाएगी।- कार्यक्रम में शामिल होने हेतु आते-जाते समय दुकानदारों और ठेले वालों से संयमित व्यवहार किया जाएगा।-कार्यक्रम के दौरान शांति व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेदारी आयोजकों की होगी, कोई विपरीत प्रभाव न पड़े।- कार्यक्रम के दौरान कोई ऐसा भाषण या तकरीर नहीं होगी जिससे व्यक्ति विशेष या धर्म विशेष पर प्रभाव पड़े।- कार्यक्रम में शामिल जन समूह को नियंत्रण में रखने हेतु आयोजक स्वयं उत्तरदायी और जिम्मेदार हाेंगे।- कार्यक्रम के दौरान यातायात बाधित नहीं किया जाएगा। जिसकी पूरी जिम्मेदारी कार्यक्रम आयोजक की होगी।

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