यूजी और पीजी कोर्स में हुए 7 बड़े बदलाव, छात्रों को मिलेगा कई सुविधाओं का लाभ, UGC ने तैयार किया ड्राफ्ट, पढ़ें पूरी खबर
UGC Draft Rules: विश्वविद्यालय अनुदान आयोग उच्च शिक्षा में कई बदलाव करने की तैयारी में जुटा है। यूजीसी ने यूजी और पीजी प्रोग्रन को लेकर ड्राफ्ट नियम जारी किए हैं। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत ये बदलाव किए गए हैं, जो हायर एजुकेशन में लचीलापन आएगा। साथ ही अनुशासनात्मक कठोरता को कम करेगा। मल्टी-सब्जेक्ट लर्निंग को बढ़ावा मिलेगा।
स्नातक और स्नातकोत्तर में एडमिशन और पात्रता में बदलाव किया गया है। छात्रों को ग्रेजुएशन डिग्री की अवधि कम या ज्यादा करने का विकल्प मिलेगा। इतना ही एक साथ दो यूजी या पीजी प्रोग्राम करने की सुविधा भी प्रदान की जाएगी। इस लिस्ट में मल्टीपल एंट्री-एग्जिट, द्विवर्षीय प्रवेश और अन्य बदलाव भी शामिल हैं।
एडमिशन के लिए नियम बदले (UG and PG Admission)
नए फ्रेमवर्क के तहत अब छात्र किसी भी विषय में यूजी या पीजी प्रोग्राम कर सकते हैं। यदि कोई स्टूडेंट प्रोग्राम के लिए राष्ट्रीय या यूनिवर्सिटी लेवल एन्ट्रेंस एग्जाम पास करता है, तो वह किसी भी विषय में ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन कर सकता है। इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा कि उसका पिछला विषय क्या था। चुने गए विषय के साथ पूर्व योग्यता को जोड़ने की जरूरत नहीं होगी। यह फैसला बहुविषय शिक्षा कॉ बढ़ावा देगा।
छात्रों को मिलेगी बहु प्रवेश-निकासी की सुविधा (Multiple Entry-Exit)
छात्रों को कार्यक्रम में एंट्री और निकासी करने का लचीलापन मिलेगा। छात्र अपनी पढ़ाई को फिर से शुरू कर सकते हैं। साथ ही किसी भी रुचि वाले विषय में प्रवेश कर सकते हैं। इतना ही उन्हें यूजी/पीजी कोर्स की अवधि घटाने और बढ़ाने के लिए ADP और EDP सुविधा प्रदान की जाएगी। स्वीकृत एडमिशन का 10% तक एडीपी छात्रों के लिए तय किया गया है। ईडीपी की कोई सीमा नहीं होगी।
यूजी और पीजी के लिए द्विवर्षीय प्रवेश होगा (Biannual Admission)
उच्च शिक्षा संस्थान अब साल में दो बात छात्रों का दाखिला लेंगे। पहला सेशन जनवरी/फरवरी और दूसरा जुलाई/अगस्त में होगा। इस सुविधा से छात्रों को एडमिशन के लिए एक साल का इंतजार नहीं करना होगा।
डिग्री के लिए क्रेडिट वितरण जरूरी (Credit Distribution For Degree)
डिग्री के लिए छात्रों को अपने मुख्य (Major) विसजी में न्यूनतम 50% क्रेडिट अर्जित करना होगा। बाकी 50% कौशल आधारित पाठ्यक्रम, अप्रेंटिसशिप, इंटर्नशिप, बहु-विषयक विषय जैसे व्यवहारिक प्रशिक्षण के लिए होगा।
इन नियमों को भी जान लें (UG and PG Course New Rules)
- अटेंडेंस पॉलिसी भी लचीली होगी। हाइब्रिड एजुकेशन की तरफ रुझान को देखने को हुए उच्च शिक्षा संस्थानों को विभिन्न प्रोग्रामों के लिए अटेंडेंस आवश्यकता को निर्धारित करने का अधिकार होगा।
- 4 वर्षीय यूजी प्रोग्राम (हॉनर्स या रिसर्च के साथ हॉनर्स) पूरा करने छात्र 2 वर्षीय एडवांस्ड पोस्ट ग्रेजुएशन जैसे एमई या एमटेक करने के लिए पात्र होंगे।

Comments are closed.