ये है क्रिकेट का अनब्रेकेबल वर्ल्ड रिकॉर्ड, आने वाले 100 सालों में भी तोड़ पाना किसी खिलाड़ी के लिए नहीं रहेगा आसान!
क्रिकेट में हर मैच के साथ नए कीर्तिमान बनते हैं, लेकिन कुछ रिकॉर्ड ऐसे होते हैं जो सालों तक अपनी चमक बरकरार रखते हैं। ऐसा ही एक वर्ल्ड रिकॉर्ड है जिसे ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज जेसन गिलेस्पी ने 2006 में अपने आखिरी टेस्ट मैच में बनाया था। उन्होंने बतौर नाइट वॉचमैन टेस्ट में दोहरा शतक लगाया, जो आज भी कायम है। उस वक्त किसी को उम्मीद नहीं थी कि गेंदबाज के तौर पर खेलने वाला खिलाड़ी बल्ले से इतना बड़ा धमाका करेगा।
दरअसल 2006 में बांग्लादेश के खिलाफ चटगांव टेस्ट में गिलेस्पी को नाइट वॉचमैन बनाकर तीसरे नंबर पर भेजा गया था। टीम ने पहले ही दिन मैथ्यू हेडन का विकेट गंवा दिया था और कप्तान रिकी पोंटिंग ने खुद की जगह गिलेस्पी को भेजने का फैसला लिया। वहां से जो हुआ, वो इतिहास बन गया। गिलेस्पी ने नाबाद 201 रनों की पारी खेली, जिसमें उन्होंने 425 गेंदों का सामना किया और 26 चौके व 2 छक्के लगाए। यह टेस्ट क्रिकेट का इकलौता दोहरा शतक है जो किसी नाइट वॉचमैन ने बनाया है।
अब तक कोई तोड़ नहीं पाया ये रिकॉर्ड
बता दें कि गिलेस्पी का यह रिकॉर्ड पिछले 19 सालों से जस का तस बना हुआ है। टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में कभी भी कोई नाइट वॉचमैन 200 रन के करीब भी नहीं पहुंच पाया। यह न केवल एक अद्भुत बल्लेबाजी प्रदर्शन था, बल्कि यह गिलेस्पी का आखिरी टेस्ट भी था। उन्होंने उस मैच में गेंदबाजी में भी कमाल दिखाया और पहली पारी में 3 विकेट लिए। दरअसल ऑस्ट्रेलिया ने इस मैच को पारी और 80 रन से जीता था। यह रिकॉर्ड इस बात का उदाहरण भी है कि क्रिकेट में असंभव भी संभव हो सकता है।
क्रिकेट इतिहास के सबसे अविश्वसनीय रिकॉर्ड में शामिल
दरअसल जेसन गिलेस्पी का नाम हमेशा क्रिकेट के सबसे हैरान करने वाले रिकॉर्ड्स में शुमार रहेगा। नाइट वॉचमैन का काम सिर्फ मुख्य बल्लेबाज को बचाना होता है, लेकिन गिलेस्पी ने इस भूमिका को ही बदल डाला। यह रिकॉर्ड आज भी क्रिकेट प्रेमियों को चौंकाता है। इस मुकाबले में माइकल हसी ने भी 182 रनों की पारी खेली थी, जिससे ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 581/4 तक पहुंचा। बांग्लादेश की दूसरी पारी 304 रन पर सिमट गई और गिलेस्पी को मैन ऑफ द मैच घोषित किया गया।

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