भारत में स्थित हर एक शहर का अपना अलग-अलग महत्व है, जहां की संस्कृति विरासत और इतिहास इन्हें बाकी शहरों से बिल्कुल अलग बनाता है। पूरब से लेकर पश्चिम तक… उत्तर से लेकर दक्षिण तक… देश के हर कोने में स्थित शहर किसी-न-किसी खासियत के कारण विश्व भर में भी प्रसिद्ध है, जहां विकास को लेकर सरकार सहित आम जनता भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। कुछ शहर पढ़ाई का गढ़ माना जाता है, तो कुछ शहर धार्मिक स्थलों के लिए प्रसिद्ध है। कुछ शहर खानपान के लिए फेमस है, तो कुछ शहर ऐसा भी है, जो सांस्कृतिक धरोहर के लिए जाना जाता है। कुछ शहर अपने साथ इतिहास समेटे हुए हैं, तो कुछ शहर उद्योग के लिए प्रसिद्ध है। कुछ शहर महंगाई के लिए काफी ज्यादा प्रसिद्ध है, तो कुछ शहर ऐसे भी है, जहां रहना-खाना बहुत ही सस्ता है।
पिछले कई सारे आर्टिकल में हम आपको भारत के सबसे महंगा शहर, सबसे सस्ता शहर, सबसे बड़ा शहर, सबसे छोटा शहर आदि से रूबरू करवा चुके हैं। आज हम आपको मध्य प्रदेश का सबसे छोटा शहर के बारे में विस्तार पूर्वक बताने जा रहे हैं।
MP का सबसे छोटा शहर
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो भारत में कुल 4000 से भी अधिक शहर है। जिनमें से 300 शहर ऐसे हैं, जहां करीब 1 लाख से भी ज्यादा लोग रहते हैं। कुछ शहर को स्मार्ट सिटी, तो कुछ शहरों को मैग्नेट सिटी के नाम से भी जाना जाता है। वहीं, भारत का दिल कहे जाने वाले मध्य प्रदेश यानी कि MP पर्यटन ही नहीं बल्कि अपने अनोखे स्वाद के लिए भी प्रसिद्ध है। यहां देश ही नहीं बल्कि विदेशी पर्यटक भी पहुंचते हैं। राजधानी भोपाल सहित ऐसे बहुत सारे शहर और गांव है, जहां लोग घूमने-फिरने के लिए आते हैं।
ओरछा शहर (Orchha City)
MP के सबसे छोटे शहर की बात करें, तो इसका नाम ओरछा है, जो कि मध्य प्रदेश के निवाड़ी जिले में बेतवा नदी के किनारे बसा हुआ है। इसे एक ऐतिहासिक शहर भी माना जाता है। जिसकी स्थापना 16वीं शताब्दी में बुंदेला राजपूत राजा रुद्र प्रताप सिंह ने की थी। उस वक्त इस शहर का नक्शा काफी अलग था। प्राचीन बिल्डिंग, मंदिर, महल, आदि आज भी यहां की धरोहर है। जिसकी देखरेख सरकार द्वारा की जाती है। यह केवल मध्य प्रदेश ही नहीं, बल्कि पूरे भारत में प्रसिद्ध है। इसके अलावा, विदेशी पर्यटक भी यहां अपना क्वालिटी टाइम स्पेंड करने आते हैं और यहां के इतिहास को नजदीक से देखे और जानते हैं।
भगवान राम की होती है पूजा
ओरछा का शांत वातावरण लोगों को काफी ज्यादा आकर्षित करता है। यहां आपको किले, मकबरे महल और राजाओं की छत्रियां देखने को मिलेगी। सुबह सूर्योदय और शाम को सूर्यास्त का नजारा मानो किसी जन्नत से कम नहीं होता। शहर के लोग भगवान राम को राजा के रूप में पूछते हैं। मीडिया सूत्रों की मानें तो यहां दिन में 3 बार उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाता है। यहां की सांस्कृतिक विरासत और अध्यात्म लोगों का मन मोह लेता है, जिस कारण यह स्थान दुनिया भर में प्रसिद्ध है।
लाखों पर्यटक आते हैं घूमने
लाखों की संख्या में यहां हर साल पर्यटक घूमने फिरने आते हैं। यहां पर टूरिस्ट के टहलने के लिए बहुत सारे होटल, कॉटेज और विला बनाए गए हैं। जिसका किराया बहुत ही कम है, इसलिए आप बहुत कम पैसे में रूम बुक कर सकते हैं। यदि आपका बजट बहुत को है, तो आपके लिए ओरछा घूमने के लिए बेस्ट प्लेस हो सकता है। आप यहां पर राजा महल, जहांगीर महल, चतुभुज मंदिर, लक्ष्मी नारायण मंदिर, रामराजा मंदिर, दाऊजी की हवेली और छत्रियां घूम सकते हैं। इसके अलावा, बेतवा नदी के किनारे बैठकर सुकून के कुछ पल बिता सकते हैं।

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