भारतीय रियल एस्टेट क्षेत्र ने पिछले तीन कैलेंडर साल में 26.7 अरब अमेरिकी डॉलर का इक्विटी निवेश हासिल किया है। खास बात यह है कि मुंबई इक्विटी निवेश हासिल करने में सबसे आगे रहा है। मुंबई शहर को कुल प्रवाह का एक-चौथाई से अधिक प्राप्त हुआ। सीआईआई-सीबीआरई की रिपोर्ट में इस बात की जानकारी दी है। पीटीआई की खबर के मुताबिक, रियल एस्टेट सलाहकार सीबीआरई और भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) ने एक संयुक्त रिपोर्ट जारी की।
मुंबई को 6. 9 अरब अमेरिकी डॉलर
खबर के मुताबिक, यह संयुक्त रिपोर्ट, रियल एस्टेट परिदृश्य और मौजूदा वित्तपोषण रणनीतियों, जिसमें इक्विटी और ऋण निवेश और एआईएफ से संबंधित दूसरी रणनीतिक अंतर्दृष्टि शामिल हैं, का एक दृश्य प्रदान करती है। सलाहकार ने कहा कि मुंबई 6.9 अरब अमेरिकी डॉलर के उच्चतम प्रवाह के साथ रियल एस्टेट इक्विटी निवेश में टॉप पर रहा, जो 26 प्रतिशत हिस्सेदारी के लिए जिम्मेदार है। मुंबई, दिल्ली-एनसीआर और बेंगलुरु ने मिलकर लगभग 16.5 अरब अमेरिकी डॉलर हासिल किए, जो इस अवधि के दौरान कुल 62 प्रतिशत हिस्सेदारी के लिए जिम्मेदार है।
भूमि/विकास स्थलों ने सबसे ज्यादा इक्विटी निवेश हासिल किया
रिपोर्ट ‘ब्रिक्स एंड बिलियन्स- मैपिंग द फाइनेंसिंग लैंडस्केप ऑफ रियल एस्टेट’ में कहा गया है, गेटवे शहरों का यह निरंतर प्रभुत्व निवेश-ग्रेड परियोजनाओं की मजबूत शहरी बुनियादी ढांचे, एक कुशल प्रतिभा पूल, एसेट क्लास में मजबूत मांग और लगातार औपचारिक रियल एस्टेट ईकोसिस्टम द्वारा संचालित था। भूमि/विकास स्थलों ने इक्विटी निवेश का सबसे बड़ा हिस्सा आकर्षित किया, जो कि कैलेंडर ईयर 2022-24 के बीच कुल फ्लो का 44 प्रतिशत हिस्सा था, इसके बाद निर्मित कार्यालय संपत्तियां थीं, जिनकी हिस्सेदारी 32 प्रतिशत थी। कैलेंडर ईयर 2022 और 2024 के बीच, टियर-II शहरों ने कुल रियल एस्टेट इक्विटी निवेश का लगभग 10 प्रतिशत हिस्सा लिया, जो कि लगभग 3 अरब अमेरिकी डॉलर था।
रियल एस्टेट सेक्टर तेजी से संस्थागत हो रहा
सीबीआरई के भारत, दक्षिण-पूर्व एशिया, मध्य पूर्व और अफ्रीका के चेयरमैन और सीईओ अंशुमान मैगजीन ने कहा कि भारत का रियल एस्टेट सेक्टर विकास के एक नए फेज में प्रवेश कर रहा है। उन्होंने कहा कि मजबूत निवेशक भावना, खासतौर से निर्मित कार्यालय परिसंपत्तियों और आवासीय विकास में, मजबूत बुनियादी बातों और स्थिर एंड यूजर मांग द्वारा समर्थित है। सीआईआई पश्चिमी क्षेत्र के चेयरमैन और बीजी इलेक्ट्रिकल्स एंड इलेक्ट्रॉनिक्स के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक ऋषि कुमार बागला ने कहा कि भारत का रियल एस्टेट सेक्टर तेजी से संस्थागत हो रहा है, जो एक अधिक पारदर्शी, जोखिम-कम करने वाला वातावरण बना रहा है जो वैश्विक निवेशकों की अपेक्षाओं के मुताबिक है।
